Mar 7, 2024, 06:29 PM IST

UPSC क्रैक कर इस IAS अफसर ने मां को दी थी श्रद्धांजलि

Kuldeep Panwar

IAS अंकिता चौधरी की कहानी ऐसी है, जो बताती है कि UPSC क्रैक करने के लिए जुनून जरूरी है, जो कई बार किसी अपने को खोकर पैदा होता है.

हरियाणा के रोहतक जिले के छोटे से कस्बे महम में अंकिता चौधरी का जन्म 25 दिसंबर 1994 को शुगर मिल के अकाउंटेंट सत्यवान के घर हुआ था. 

अंकिता ने बचपन से ही बड़ा अधिकारी बनने का सपना पाला था. उन्होंने रोहतक के इंडस पब्लिक स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई कीं और दिल्ली आ गईं.

दिल्ली के हिंदू कॉलेज से कैमिस्ट्री में ग्रेजुएशन करते समय ही उन्होंने खुद ही UPSC की तैयारी शुरू कर दी. हालांकि पहला टारगेट मास्टर डिग्री का था.

IIT Delhi से मास्टर डिग्री पूरी होने पर अंकिता UPSC की तैयारी में जुट गईं. एग्जाम से पहले ही कार एक्सीडेंट में उनकी मां की मौत हो गई.

अंकिता बुरी तरह टूट गईं, लेकिन फिर उन्होंने मां का उन्हें अफसर की कुर्सी पर देखने का सपना पूरा करने की ठानी और दोबारा तैयारी की.

2017 में अंकिता ने पहली बार UPSC एग्जाम दिया, लेकिन वे सफल नहीं हुईं. उन्होंने इसे भी चैलेंज माना और नए सिरे से पढ़ाई शुरू की.

अंकिता ने 2018 UPSC Exam में इतिहास रच दिया. उन्होंने पहले लिखित परीक्षा और फिर इंटरव्यू क्लियर किए और AIR 14 रैंक हासिल की.

IAS अफसर बनने के बाद अंकिता ने इसे अपनी मां के लिए श्रद्धांजलि बताया, लेकिन साथ ही पिता के प्रयासों को भी सफलता का श्रेय दिया.

हरियाणा कैडर की अधिकारी अंकिता ने UPSC की तैयारी के दौरान पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन को ही ऑप्शनल सब्जेक्ट बनाया था.

अंकिता को UPSC की लिखित परीक्षा में 879 और इंटरव्यू में 182 अंक मिले थे. उन्होंने कुल 1061 अंक हासिल कर सफलता हासिल की थी.