महाराष्ट्र सरकार ने पिछले कई दिन से विवादों में चल रही ट्रेनी IAS अफसर पूजा खेडकर का ट्रांसफर पुणे से वाशिम कर दिया है.
अपनी निजी ऑडी कार पर लाल बत्ती लगाकर और महाराष्ट्र सरकार लिखकर चलने वाली पूजा लगातार वीआईपी ट्रीटमेंट मांग रही थीं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूजा अपने लिए वीआईपी नंबर प्लेट वाली कार, घर, पर्सनल स्टाफ व एक कॉन्सटेबल की मांग कर रही थीं.
कौन हैं IAS पूजा खेडकर चलिए जानते हैं. पूजा पूर्व IAS अफसर दिलीप खेडकर की बेटी हैं, जो लोकसभा चुनाव 2024 में अहमदनगर सीट पर उम्मीदवार थे.
पूजा ने 2021 में 821वीं रैंक के साथ UPSC क्लियर किया था. महाराष्ट्र कैडर मिलने पर उन्हें पुणे में ट्रेनी IAS के तौर पर तैनाती दी गई थीं.
UPSC में जमा स्टेटमेंट ऑफ एसेट्स के मुताबिक, पूजा के पास करीब 17 करोड़ रुपये की निजी संपत्ति है. उनकी सालाना इनकम 43 लाख रुपये है.
पूजा के पिता दिलीप खेड़कर के नाम 40 करोड़ रुपये और मां मनोरमा के पास 15 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जिसकी जानकारी UPSC को दी गई है.
पूजा के नाम पर म्हालुंगे में 5.81 व 5.90 एकड़, गुंठा में प्लॉट, कोंधवा में 724 वर्गफीट का प्लॉट, धादवली में 4.74 हेक्टेयर, नंदूर में 2.89 हेक्टेयर, पंचुदे में 0.81 हेक्टेयर और सरेड़ी में 984 वर्गफीट का प्लॉट है.
पूजा ने खुद को दिव्यांग बताने के साथ ही UPSC में खुद को नॉन क्रीमीलेयर कैंडीडेट बताया था. उन पर ये सर्टिफिकेट फर्जी देने का आरोप लगा है.
आरोप है कि पूजा ने पुणे के अपर कलेक्टर अजय मोरे की गैरमौजूदगी में उनके केबिन का सामान निकलवाकर उस पर भी कब्जा कर लिया था.
अपर कलेक्टर की शिकायत पर कलेक्टर सुहास दिवास ने पूजा से कमरा खाली कराया तो उसने इससे अपनी बेइज्जती होने की बात कही थी.
कलेक्टर ने इसे लेकर अपर मुख्य सचिव नितिन गदरे को पत्र लिखा था. इसके बाद ही पूजा खेडकर का ट्रांसफर पुणे से वासिम किया गया है.