मुगल सल्तनत भारत में सबसे लंबे समय तक हुकूमत करने वाली मुस्लिम सल्तनत थी. इसका एक बड़ा कारण मुगल बादशाहों का हिंदू राजाओं से पारिवारिक रिश्ते बनाना था.
मुगल बादशाह हिंदू राजाओं के साथ समझौता करने के बाद आमतौर पर उनकी बेटियों से विवाह कर उसे अपनी रानी बनाते थे. ऐसी कई रानियां मुगल इतिहास में मशहूर है.
मुगल इतिहास में सबसे मशहूर हिंदू रानी जोधा बाई को माना जाता है, जो बादशाह अकबर की पटरानी थी. कहा जाता है कि दोनों के बीच बहुत गहरा प्रेम का रिश्ता था.
हालांकि कई इतिहासकार जोधा बाई नाम की किसी रानी की मौजूदगी को ही नकारते हैं, लेकिन अधिकतर जगह राजपूत राजकुमारी जोधा बाई को अकबर की तीसरी बेगम बताया गया है.
अकबर के समय के कई लेखकों ने लिखा है कि मुगल बादशाह अपनी इस राजपूत बेगम से बेहद प्यार करते थे. जोधा बाई के लिए ही खासतौर पर आगरा में फतेहपुर सीकरी का किला बनवाया था.
इन लेखकों ने यह भी लिखा है कि जोधा बाई से अकबर को इतना अधिक प्यार था कि वे किसी गैर मर्द के उन्हें देखना भी मंजूर नहीं करते थे. गलती से भी जोधा बाई को देख लेने वाले को मौत की सजा दी जाती थी.
जोधा बाई को देखने वाले को भयानक सजा दी जाती थी. ऐसे व्यक्ति को हाथी के पैरों के तले जिंदा कुचलवा दिया जाता था.
जोधा बाई और अकबर की प्रेम कहानी का सबूत फतेहपुर सीकरी के किले में बने विशाल रसोईघर को माना जाता है, जिसे जोधा बाई की रसोई कहकर गाइड पर्यटकों को दिखाते हैं.
करीब 43 साल तक अकबर की बेगम बनकर भारत पर राज करने वाली जोधा बाई के मनोरंजन के लिए ही फतेहपुर सीकरी के किले में विशाल शतरंज भी बनवाया गया था, जिसमें प्यादों की जगह जिंदा इंसान खड़े होते थे.
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