Sep 25, 2023, 11:17 PM IST
मुगल काल के भोजन की बात होती है तो अक्सर मटन, चिकन, कवाब वगैरह की चर्चा आती है.
माना जाता है कि मुगल काल में बादशाहों को मटन, चिकन और कवाब से बहुत प्रेम था.
आज हम आपको कुछ ऐसे मुगल बादशाहों के बारे में बताएंगे, जिन्हें मांस से नफरत थी.
अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसे कौनसे मुगल बादशाह थे, जिन्हें मटन, चिकन और कवाब नहीं पसंद था. आइए हम आपको इसका जवाब देते हैं.
मुगलों से जुड़ी किताबों में दावा किया गया है कि अकबर, जहांगीर और औरंगजेब को मांस से नफरत थी. यह तीनों ही मटन, चिकन और कबाब जैसे भोजन नहीं करते थे.
अकबर अच्छे शिकारी थे लेकिन वह गोश्त नहीं खाते थे. कहा जाता था कि वह पहले केवल शुक्रवार को गोश्त नहीं खाते थे लेकिन फिर उन्होंने रविवार को भी मांस खाना बंद कर दिया. कुछ दिनों बाद वह इससे परहेज करने लगे.
अकबर के खाने की शुरुआत दही और चावल से होती थी. अकबर की ही तरह जहांगीर को भी मांस से बहुत लगाव नहीं था. वह भी गोश्त नहीं खाता था.
औरंगज़ेब जिंदगी के शुरुआती दौर में वो गोश्त का शौकीन थ लेकिन बाद में वह शाकाहारी हो गया. औरंगज़ेब की मेज पर मांस-मछली नहीं बल्कि सादा भोजन दिखता था. बताया जाता है कि उसके रसोइए भी साग-सब्जियों से ही उम्दा पकवान बनाया करते थे.