भारत के इस रेलवे स्टेशन पर जाने के लिए लगता है वीजा
Kuldeep Panwar
भारतीय रेलवे के पास दुनिया में चौथा सबसे बड़ा नेटवर्क है, जिस पर 7,000 से भी ज्यादा रेलवे स्टेशन संचालित किए जाते हैं. इनमें से कई रेलवे स्टेशन बेहद अनूठे हैं.
क्या आप भारत के किसी ऐसे रेलवे स्टेशन का नाम बता सकते हैं, जिस पर एंट्री के लिए आपको प्लेटफार्म टिकट नहीं बल्कि पासपोर्ट और वीजा दिखाना पड़ता है?
हम आपको ऐसे ही रेलवे स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं, जो बेहद मशहूर भी है और फिल्मों में भी आ चुका है. यह रेलवे स्टेशन पंजाब का अटारी जंक्शन है, जहां से रेल पाकिस्तान के लिए जाती है.
पंजाब के अमृतसर जिले में पाकिस्तानी सीमा से सटे अटारी श्याम सिंह रेलवे स्टेशन (कुछ लोग वाघा स्टेशन भी कहते हैं) पर एंट्री करने के लिए पासपोर्ट और वीजा होना जरूरी है.
भारत के इस आखिरी रेलवे स्टेशन पर यदि आपके पास पाकिस्तानी वीजा नहीं है तो आपको अंदर एंट्री नहीं दी जाएगी. इसके लिए यहां सुरक्षा बलों का सख्त पहरा रहता है.
अटारी रेलवे स्टेशन पर यदि कोई व्यक्ति बिना पासपोर्ट और पाकिस्तानी वीजा के पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ Section 14 foreigners Act 2004 के तहत मुकदमा दर्ज होता है.
अटारी के अलावा भी भारत में दो रेलवे स्टेशन ऐसे हैं, जहां से उतरकर आप पैदल चलकर 'विदेश' पहुंच सकते हैं. इनमें से एक बांग्लादेश सीमा पर और दूसरा नेपाल सीमा पर है.
पश्चिम बंगाल के मालदा जिले का सिंहाबाद रेलवे स्टेशन बांग्लादेश सीमा से सटा हुआ है. यहां से मालगाड़ी बांग्लादेश के लिए जाती है. इस स्टेशन पर उतरकर प्लेटफॉर्म खत्म होते ही आप बांग्लादेश में पहुंच जाते हैं.
बिहार के अररिया जिले का जोगबनी रेलवे स्टेशन नेपाल की सीमा से सटा हुआ है. इस स्टेशन पर उतरने के बाद आप पैदल चलकर नेपाल में एंट्री कर सकते हैं.