Jan 16, 2024, 09:14 PM IST

नेपाल ने राम पर 1967 में ही कैसे छाप दिए थे साल 2024 के डाक टिकट

Kuldeep Panwar

अयोध्या के राम मंदिर में 550 साल बाद रामलला की फिर से वापसी होने जा रही है. इसके लिए 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं. 

रामलला के स्वागत की तैयारियों के बीच नेपाल सरकार का 57 साल पुराना डाक टिकट वायरल हो गया है, जिससे एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है.

प्रभु श्रीराम और माता सीता की तस्वीर वाले इस डाक टिकट को देखकर सवाल उठ रहा है कि क्या पड़ोसी देश को 1967 में ही राम मंदिर के उद्घाटन का साल पता चल गया था?

नेपाल सरकार ने 18 अप्रैल, 1967 को राम नवमी (प्रभु राम का अवतरण दिवस) पर यह डाक टिकट जारी किया था, जिसमें रामनवमी 2024 यानी मौजूदा साल का जिक्र किया हुआ है. 

यदि आप भी ये देखकर सोचने लगे हैं कि नेपाल को पहले से ही अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साल की जानकारी थी, तो आप गलत हैं. चलिए हम सच बताते हैं.

दरअसल यह कंफ्यूजन ग्रेगोरियन यानी अंग्रेजी कैलेंडर और विक्रम संवत यानी हिंदू कैलेंडर के अंतर के कारण पैदा हो रहा है.

आप जानते ही होंगे कि ग्रेगोरियन कैलेंडर हिंदू कैलेंडर से 57 साल पीछे चल रहा है. यही अंतर नेपाली डाक टिकट और राम मंदिर की तारीख के अंतर का कारण है.

भारत ही नहीं नेपाल में भी विक्रम संवत यानी हिंदू कैलेंडर को माना जाता है. नेपाल सरकार ने जो डाक टिकट जारी किया था, वो हिंदू कैलेंडर के हिसाब से है.

हिंदू कैलेंडर के हिसाब से होने के कारण ही साल 1967 में इस डाक टिकट के ऊपर 2024 लिखा गया था, जो असल में साल 2024 नहीं बल्कि विक्रम संवत 2024 है.

कैलेंडर के इस अंतर के कारण ही अब अंग्रेजी कैलेंडर का साल 2024 चल रहा है, जबकि 1967 में विक्रम संवत 2024 चल रहा था. इसी कारण अब यह डाक टिकट बेहद वायरल हो रहा है.