Aug 3, 2024, 12:47 AM IST

फूफा को संस्कृत में क्या कहते हैं

Kuldeep Panwar

भारतीय समाज में फूफा यानी बुआ के पति का अहम स्थान है. कहावत है कि जब तक फूफा रूठेगा नहीं, तब तक शादी पूरी ही नहीं हो सकती.

हर शादी में आपको दूल्हा और दुल्हन पक्ष के लोग, जिस एक शख्स को मनाने में जुटे हुए दिखते हैं, वो शख्स दूल्हा या दुल्हन का फूफा ही होता है.

चुटकुलों में भी फूफा को खासी अहमियत दी गई है. चाणक्य के फूफा के नाम से तो आपको ढेर सारे व्यंग्य पढ़ने को मिलते ही रहते हैं. 

लगभग हर शादी में दूल्हा या दुल्हन का फूफा मुंह क्यों फुलाता है यानी नाराज क्यों होता है, ये बात तो वैज्ञानिकों के लिए भी रिसर्च का विषय है. 

फूफा को ये अहमियत मौजूदा दौर में ही मिलनी शुरू नहीं हुई है बल्कि पुरातन काल से यह रिश्ता मौजूद है और हंसी-ठिठोली का विषय बनता रहा है.

फूफा का रिश्ता पुरातन काल में भी मौजूद था, ये अंदाजा ऐसे लगा सकते हैं कि उसके लिए सभी भाषाओं की मूल जननी संस्कृत में भी एक शब्द मौजूद है.

क्या आप जानते हैं कि संस्कृत भाषा में फूफा को क्या कहते हैं? यदि नहीं जानते हैं तो चलिए हम आपको बताते हैं फूफा के लिए क्या शब्द है.

फूफा को अंग्रेजी में पैटरनल अंकल कहा जाता है, लेकिन संस्कृत भाषा में उनके लिए 'पितृष्सृपति:' शब्द का इस्तेमाल किया जाता है.