Dec 19, 2023, 10:03 PM IST

क्या है लैंडिंग क्राफ्ट असॉल्ट, जिससे चीन को पीटेगी भारतीय सेना

Kuldeep Panwar

लद्दाख में पैंगोंग झील (Pangong Lake) भारत और चीन के बीच अघोषित सीमा की तरह काम करती है, पर चीन इसे पूरा हड़पने की कोशिश में है.

चीनी सेना की नापाक हरकतों का भारतीय जवानों के लिए यहां बेहद ठंडे पानी के कारण जवाब देने में मुश्किल होती है.

अब चीनी सेना को यहां भी करारा जवाब मिलने जा रहा है. दरअसल भारतीय सेना यहां के लिए खास तरह की नावें खरीदने जा रही है, जिन्हें Landing Craft Assault यानि LCA कहते हैं.

LCA का इस्तेमाल स्पेशल ऑपरेशन के लिए अमेरिका, इजरायल से लेकर तमाम विकसित देशों की सेनाएं कर रही हैं. इनसे कहीं पर बिना किनारे के भी सैनिक उतारे जा सकते हैं.

LCA बुलेटप्रूफ होती है और इसमें एक बार में 35 जवानों को एक जगह से दूसरी जगह तक ले जा सकते हैं. खास बात ये है कि यह माइनस 15 डिग्री तापमान में भी काम कर सकती है. 

भारतीय सेना ने 8 LCA खरीदने के लिए टेंडर जारी किया है, जिनमें से हर एक की लंबाई कम से कम 13 मीटर होगी. जवानों व हथियारों के साथ ही ये हल्के वाहनों को भी ले जाने में सक्षम होंगी.

इस टेंडर के मुताबिक, ये LCA कम से कम 5 टन तक वजन ढोने में सक्षम होनी चाहिए और इनमें बिना किनारे वाली जगह उतरने के लिए रैंप की व्यवस्था होनी चाहिए.

ये LCA कम से कम 15,000 फुट तक की ऊंचाई वाले इलाकों में भी काम करने में सक्षम होनी चाहिए और इनकी गति 20 नॉट तक की होनी चाहिए और ये तेज हवाएं झेलने में सक्षम हों.

LCA में दुश्मन को जवाब देने के लिए 2 मशीनगन लगाने की व्यवस्था होने के साथ ही प्राथमिक चिकित्सा के साथ ईसीजी, ब्लडप्रेशर नापने जैसी व्यवस्थाएं और स्ट्रेचर रखने की जगह होनी चाहिए.

भारतीय सेना ने इन LCA का इस्तेमाल यूं तो ब्रह्मपुत्र नदी, सुंदर बन, सर क्रीक में करने की बात कही है, लेकिन 15,000 फुट की ऊंचाई तक काम करने की योग्यता से इन्हें पैंगोंग लेक में तैनाती मिलने का अनुमान है.

पैंगोंग लेक करीब 14,000 फुट की ऊंचाई पर है. इस 135 किलोमीटर झील के 90 किलोमीटर इलाके पर चीन का अवैध कब्जा है, जिसे वह बढ़ाने की कोशिश कर रहा है.

यहां अक्सर चीनी सेना और भारतीय जवानों की गश्त के दौरान झड़प होती रहती है. चीनी सेना आधुनिक नावों से भारतीय नावों को टक्कर मारकर पलटने की कोशिश करती रहती है.

चीन की इस हरकत का जवाब देने के लिए ही भारतीय सेना ने LCA खरीदने की तैयारी की है. इस झील के लिए ऐसी बुलेटप्रूफ नावें पहले ही खरीदी जा चुकी हैं, लेकिन नई LCA और ज्यादा एडवांस सिस्टम वाली होंगी.