Oct 18, 2024, 01:30 PM IST

जिहाद, धर्मयुद्ध और क्रूसेड में क्या अंतर है

Aditya Prakash

जिहाद, धर्मयुद्ध और क्रूसेड... ये तीनों ही शब्दों के मतलब अलग होते हैं, लेकिन इनका इस्तेमाल एक ही प्रकार के संदर्भ में किया जाता है.

इनका अर्थ धार्मिक युद्धों और धार्मिक मूल्यों से है. इन्हें अंग्रजी में 'होली वार' कहा जाता है, जिसका अर्थ है 'पवित्र युद्ध'.

इस्लामिक धार्मिक युद्ध को जिहाद कहा जाता है. ईसाईयों के धार्मिक युद्ध को क्रूसेड कहा जाता है.

हिंदुओं के धार्मिक युद्ध को धर्मयुद्ध कहा जाता है. धर्मयुद्ध का मतलब नैतिकताओं के संघर्ष से है.

विश्व इतिहास में महाभारत के युद्ध को धर्मयुद्ध का नाम दिया गया है. 

हिंदू धर्म में बुरी ताकतों के खिलाफ अच्छी और दैवीय शक्तियों की लड़ाई को धर्मयुद्ध कहा जाता है.

ईसाइयों ने अपनी पवित्र भूमि जेरूसलम में मौजूद ईसा मसीह की समाधि को अपने कब्जे में लेने के लिए एक बड़ा धार्मिक युद्ध किया ये क्रूसेड कहलाया. 

11वीं से 13वीं सदी के बीच सात क्रूसेड की लड़ाई लड़ी गई. इसे सलीबी युद्ध भी कहते हैं. 

मुस्लिम धर्म के वसूलों को अमल में लाने और अपने मूल्यों के लिए लड़े जाने वाली लड़ाई को जिहाद कहते हैं.