Sep 26, 2024, 12:48 AM IST

हवाई जहाज में एंट्री गेट बाईं तरफ ही क्यों होता है?

Kuldeep Panwar

आपने कई बार हवाई जहाज में सफर किया है. क्या आपने कभी यह सोचा है कि हवाई जहाज में हमेशा बाईं तरफ ही एंट्री गेट क्यों होता है?

हवाई जहाज चाहे किसी एयरलाइंस का हो या किसी का निजी चार्टर्ड प्लेन, सभी में अंदर प्रवेश करने के लिए दरवाजा बाईं तरफ ही होता है.

हवाई जहाज का धरती के गुरुत्वाकर्षण के खिलाफ आसमान में उड़ना साइंस के कुछ नियमों से होता है. ऐसे ही नियम बाईं तरफ दरवाजे के लिए भी हैं.

हवाई जहाज में बाईं तरफ एंट्री गेट देने का कारण सफर करने का पुरातन तरीका है, जिसमें लोग नदियों-समुद्रों में नाव या जहाज से सफर करते थे.

नदी में नाव या समुद्र में जहाज को हमेशा पोर्ट साइड (बायां हिस्सा) से ही किनारे से सटाते हैं, जबकि राइट साइड यानी स्टार बोर्ड हमेशा गहरे पानी की तरफ रहती है.

नाव में राइट साइड के हिस्से में हमेशा उसे चलाने वाली पतवार लगी होती है, क्योंकि अधिकतर लोग राइट हैंड से काम करते हैं. यही नियम हवाई जहाजों में भी लागू हो गया.

हवाई जहाज में दायीं तरफ भी एक दरवाजा होता है, लेकिन उसे इमरजेंसी डोर के तौर पर इस्तेमाल करते हैं और बाएं दरवाजे से पैसेंजर बैठाए जाते हैं.

इसके अलावा बाईं तरफ दरवाजा होने का एक और कारण भी है. यह कारण अधिकतर विमानों में दाईं तरफ से ही ऑयल फिलिंग सिस्टम होना है.

दाईं तरफ के दरवाजे को किसी सामान को चढ़ाने के लिए या इमरजेंसी कंडीशन में विमान से बाहर निकलने के लिए ही इस्तेमाल किया जाता है.