Apr 2, 2024, 02:30 PM IST

रेल की पटरियों में कभी जंग क्यों नहीं लगती? 

Smita Mugdha

भारतीय रेलवे को देश की लाइफ लाइन भी कहा जाता है, क्योंकि यह पूरे देश को एक सिरे से दूसरे सिरे तक जोड़ती है. 

रेल में आपने कई बार यात्रा की होगी और रेलवे ट्रैक भी देखा होगा. कभी आपने पटरियों पर जंग लगे देखा है? 

घर में रखा कोई भी लोहे या धातु का सामान जल्दी ही कबाड़ बन जाता है, लेकिन रेल की पटरियां दशकों तक बिना जंग लगे रहती हैं.

रेल की पटरियां खास तरह के स्टील से बनाई जाती हैं, जिसे मैगनीज स्‍टील कहते हैं. यह काफी मजबूत भी होता है.

इसे स्टील और मेंगलॉय को मिलाकर बनाया जाता है. फिर मैगनीज स्‍टील से ट्रेन की पटरियां बनाई जाती हैं. 

मैगनीज स्‍टील में 12 फीसदी मैगनीज और 0.8 फीसदी कार्बन का मिश्रण भी होता है. स्टील और मेंगलॉय के इस मिश्रण को मैगनीज स्टील कहा जाता है.

इस मिश्रण से बने होने की वजह से पटरियों पर ऑक्सीडेशन का असर नहीं होता है. लिहाजा, कई वर्षों तक रेल की पटरियों में जंग नहीं लगता है. 

रेलवे की पट‍रियों को लोहे से तैयार किया जाता तो बारिश के कारण इनमें नमी बनी रहती और जंग लग जाता. 

जंग लगने पर पटरी कमजोर होने से दुर्घनाओं का जोखिम भी बढ़ जाता. इसलिए पटरियों को मैगनीज स्‍टील से बनाया जाता है.