Oct 3, 2024, 02:06 AM IST

किंग कोबरा ही नहीं ये 10 सांप भी छोड़ते हैं 'दो बूंद मौत की'

Kuldeep Panwar

दुनिया में सांप हर साल 54 लाख लोगों को काटते हैं, जिनमें 1.38 लाख मर जाते हैं, क्योंकि उन्हें डंसने वाले सांप भयंकर जहरीले होते हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, कुछ सांप इतने जहरीले हैं कि शरीर में उनके डंसने से 'दो बूंद मौत की' पहुंचते ही मृत्यु तय हो जाती है.

आज हम आपको किंग कोबरा समेत 10 ऐसे जहरीले सांपों के बारे में बता रहे हैं, जिनके शिकार लोग पानी तो क्या हवा भी नहीं मांग पाते हैं. 

अफ्रीकी ब्लैक मांबा सांप का जहर नर्वस सिस्टम पर अटैक कर इंसान को लकवाग्रस्त कर देता है, जिससे उसे दिल का दौरा पड़ता है.

ईस्टर्न टाइगर स्नेक दक्षिण पूर्व ऑस्ट्रेलिया में मिलता है. शरीर पर पीले-काले बैंड्स वाले इस सांप के जहर से महज 15 मिनट में इंसान खत्म हो जाता है. 

फर-डे-लांस या बोथ्रोप्स एस्पर सांप का जहर इंसान के अंदर जाते ही उसका जिस्म काला पड़ने लगता है और उसे ब्रेन हेमरेज हो जाता है.

साउथ अफ्रीकन ग्रीन टी स्नेक यानी बूम्सलैंग का बच्चा भी काट ले तो 24 घंटे में बालिग इंसान के पूरे शरीर में अंदर-बाहर ब्लीडिंग होने लगती है.

सॉ-स्केल्ड वाइपर भारत में मौजूद चार वाइपर प्रजातियों में सबसे छोटा होता है. त्वचा पर स्केल्स वाले इस वाइपर के डंसने से ब्लीडिंग फेल हो जाती है और किडनी फेल हो जाती है.

रसैल वाइपर भारत में सबसे जहरीला सांप है, जो हर साल 58,000 लोगों की जान लेता है. इसके काटने से किडनी फेल होती है और भयानक ब्लीडिंग होती है.

किंग कोबरा सबसे जहरीला सांप होता है. औसतन 15-18 फीट लंबाई वाले किंग कोबरा के काटने से एक बड़ा हाथी भी महज 15 मिनट में मर सकता है.

बैंडेड करैत अंधेरे में काटता है, जिससे शरीर लकवाग्रस्त हो जाता है. फेफड़ों में हवा जाना बंद हो जाती है व आदमी सांस फूलने से मर जाता है.

इनलैंड तैपान भी दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में है. यह इंसानों से दूर रहता है. शरीर सिकोड़कर तीर जैसी तेजी से आगे बढ़कर जीवों को डंसता है.

कोस्टल तैपान इतनी तेजी से काटकर भागता है कि आप इसे देख ही नहीं सकते. यह उछलकर भी शिकार को सटीकता से डंस सकता है.