Oct 13, 2024, 02:59 PM IST
ईरान के शहर निशापुर का इतिहास क्यों है इतना खास
Aditya Prakash
निशापुर शहर पूर्वोत्तर ईरान में मौजूद एक शहर है. ये कभी खोरासन इलाके के चार महान शहरों में से एक था.
निशापुर का नाम इसके संस्थापक, सासानी राजा शापूर I के नाम पर पड़ा है. इनकी मृत्यु 272 ईस्वी में हो गई थी.
5वीं सदी में सासानी राजा यज़देगर्ड II के गढ़ के तौर पर मशहूर था.
हालांकि 7वीं सदी के मध्य में जब अरब लोग खोरासन आए, तब तक ये अपनी साख खो चुका था.
9वीं सदी में ये ताहिरिद राजवंश के तहत फिर से फला-फूला. 10वीं सदी में समानिद राजवंश में ये फिर से अपने वर्चस्व में आ गया.
पहले सेल्जुक शासक तोग्रिल बेग ने 1037 में निशापुर को अपना केंद्र बनाया. 12वीं सदी आते-आते इस शहर का पूरी तरह से इसका पतन हो गया था.
13वीं सदी में इस शहर को दो बार भूकंप के साथ-साथ मंगोलों का आक्रमण भी झेलना पड़ा.
उसके बाद से ये शहर फिर कभी वापस वर्चस्व में नहीं आ सका, और ज्यों का त्यों बना रहा. इसे नेयशाबूर भी कहते हैं.
2006 में हुए ईरान की जनगणना के मुताबिक इस शहर की आबादी करीब 2 लाख है.
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