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UP Election 2022: आजमगढ़ सदर सपा का दबदबा, इस बार ओवैसी के आने से बदले समीकरण

आजमगढ़ सदर विधानसभा में सपा का दबदबा रहा है. इस बार ओवैसी के आने से समीकरण काफी बदल गए हैं.  

UP Election 2022: आजमगढ़ सदर सपा का दबदबा, इस बार ओवैसी के आने से बदले समीकरण

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डीएनए हिंदीः  उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ (Azamgarh) की 10 विधानसभा सीटों पर सपा का दबदबा रहा है.  आजमगढ़ सदर से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) सांसद हैं. समाजवादी नेता और पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव का आजमगढ़ सदर विधानसभा सीट पर दबदबा है. इस सीट पर 1985 से 2017 तक सपा के दुर्गा प्रसाद यादव लगातार 6 बार चुनाव जीते हैं. 

दुर्गा प्रसाद यादव की लगातार 6 बार जीत  
इस सीट से लगातार दुर्गा प्रसाद यादव की जीत हो रही है. उन्होंने  1985, 1996, 2002, 2007, 2012 और 2017 में लगातार जीत हासिल की. इस सीट को उनका गढ़ कह सकते हैं. कोई भी अन्य प्रत्याशी उनके सामने नहीं टिका. दुर्गा प्रसाद ने सबसे पहले इंदिरा गांधी की हत्‍या के बाद 1985 में सहानुभूति की लहर में हुए चुनाव में इस सीट पर निर्दलीय प्रत्‍याशी के रूप में परचम फहराया था. तब कांग्रेस उम्‍मीदवार जगपति राय को 19 हजार से अधिक वोटों से हराया था. इसके बाद 1989 और 91 में जनता दल से जीते.  

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2017 का परिणाम
2017 के चुनाव में दुर्गा प्रसाद ने 26 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में सपा उम्‍मीदवार दुर्गा प्रसाद यादव को 88087 वोट मिले थे. वहीं बीजेपी प्रत्याशी अखिलेश 61825 वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे. चुनावी समीकरण की बात करें तो यहां 3.75 लाख मतदाताओं वाली आजमगढ़ विधानसभा सीट पर यादव वोटर करीब 75 हजार हैं. अनुसूचित जाति के मतदाता 62 हजार, मुस्‍लिम 58 हजार, क्षत्रिय करीब 45 हजार और ब्राह्मण वोटर करीब 21 हजार हैं.

ओवैसी की एंट्री से बदले समीकरण
एआईएनआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी यहां लगातार प्रचार रहे हैं. आजमगढ़ सदर में कमर कमल को चुनाव में उतारा गया है. वहीं जिले की मुबारकपुर सीट पर अब तक सीधी लड़ाई सपा और बसपा के बीच में मानी जा रही थी लेकिन एआईएमआईएम मुखिया ओवैसी ने जमाली को मैदान में उतारकर पूरे समीकरण बदल दिए है. कारण कि यहां मुस्लिम वोट ही निर्णायक हैं और जमाली की मुस्लिम मतदाताओं में गहरी पैठ है. 

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