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भारत में बढ़ी विदेशी निवेशकों की रुचि, तेजी के साथ हो रहा है इन्वेस्टमेंट

Investment in India: भारत हर एरिया में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. अब भारतीय बाजार विदेशी निवेशकों का सबसे पसंदीदा निवेश के रूप में उभरा है.

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भारत में बढ़ी विदेशी निवेशकों की रुचि, तेजी के साथ हो रहा है इन्वेस्टमेंट

Investment in India

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डीएनए हिंदी: भारत दुनिया का सबसे बड़ा निवेश बाजार (Investment in India) बन गया है. ये भारत और भारत वासियों के लिए बहुत खुशी और गर्व की बात है. इनवेस्‍को ग्‍लोबल सॉवरेन असेट मैनेजमेंट (Invesco Global Sovereign Asset Management) की एक रिपोर्ट में इसका जिक्र किया गया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023 में भारत पूरी दुनिया में बहुत बड़े निवेश बाजार के रूप में सामने आया है और चीन इस समय निवेशकों के मामलें में काफी पीछे हो गया है.

बता दे कि ये रिपोर्ट, पूरी दुनिया के 142 चीफ इनवेस्मेंट ऑफिसर्स, 85 पोर्टफोलियो स्ट्रेटजिस्ट और 57 केंद्रीय बैंकों के द्वारा मिली जानकारी को इकट्ठा करके तैयार किया गया है. भारत को सबसे बड़ा निवेश बाजार (India top emerging market to invest) बनाने में बहुत सारे फैक्टर्स ने बहुत बड़ी भूमिका अदा की है. इसकी सबसे बड़ी वजह यहां की बढ़ती डेमोग्राफी और फ्रेंडली इनवॉयरमेंट से इनवेस्टर्स ज्यादा आकर्षित हुए हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि इस समय ब्राजील सहित कई सारे देशों में फिक्सड इनकम वाले काफी सारे ऑप्शन भी बढ़े है. इस कारण भी भारत में निवेशकों की संख्या ज्यादा हो रही है. 

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रिपोर्ट के मुताबिक, 85 सॉवरेन वेल्थ फंड और 57 केंद्रीय बैंकों में लगभग 85 फासदी निवेशक आने वाले समय को लेकर काफी परेशान नजर आ रहे है. इन निवेशकों की सबसे बड़ी चिंता भी महंगाई और ब्याज दरों में बढ़तरी है. इसके अलावा तेजी से बढ़ते बाजारों में बॉन्ड और सिक्योरिटीज को लेकर निवेशको की समस्या भी सामने आई है. 

ये रिपोर्ट ये भी दिखाता है कि साल 2022 में लगभग 66 फीसदी निवेशकों ने भारत पर अपना विस्वास दिखाया था. जो इस समय यानी साल 2023 में बढ़कर 76 फीसदी हो गया है. बता दें कि चीन में पिछले साल यानी 2022 में 71 फीसदी निवेशकों की संख्या थी जो इस समय घटकर मात्र  51 फीसदी रह गया है. इंडोनेशिया भी इस मामले में पीछे नही है. इसके पास भी इस समय 44 फीसदी निवेशक हैं. जो पिछले साल सिर्फ 27 फीसदी ही थे.

इस साल यूक्रेन युद्ध के कारण रूस के निवेशकों में बहुत कमी आई है. पिछले साल जहां रूस में 29 फीसदी निवेशक थे. वहीं आज ये आंकड़ा घटकर एक चौथाई से भी कम मात्र 7 फीसदी हो गया है. इस लिस्ट में मैक्सिको भी पीछे नहीं है. यहां पर साल 2022 में लगभग 37 फीसदी निवेशक थे. जो इस बार बढ़कर 51 फीसदी हो गए हैं.

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