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Ratan Tata या अजीम प्रेमजी नहीं इस बिजनेसमैन ने दिया है सबसे ज्यादा दान, पढ़ें क्या है कहानी

अक्सर आप लोग बड़े-बड़े बिजनेसमैन्स के दान के बारे में सुनते होंगे लेकिन क्या आप जानते हैं दुनिया में सबसे बड़ा दान किसने दिया है.

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Ratan Tata या अजीम प्रेमजी नहीं इस बिजनेसमैन ने दिया है सबसे ज्यादा दान, पढ़ें क्या है कहानी

Jamsetji Nusserwanji Tata

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डीएनए हिंदी: एडेलगिव फाउंडेशन और हुरुन रिपोर्ट द्वारा तैयार की गई एक सूची के अनुसार, टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी नुसरवानजी टाटा (Jamsetji Nusserwanji Tata) पिछली सदी में दुनिया के सबसे दानी व्यक्ति के रूप में उभरे हैं. जमशेदजी टाटा को दुनिया के सबसे बड़े परोपकारी के रूप में नामित किया गया है क्योंकि उन्होंने 102.4 बिलियन अमरीकी डालर (8,29,734 करोड़ रुपये) का दान दिया है. दूसरे स्थान पर माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के संस्थापक बिल गेट्स (Bill Gates) और उनकी अब अलग हो चुकी पत्नी मेलिंडा (Melinda) हैं, जिन्होंने 74.6 अरब अमेरिकी डॉलर का दान दिया है. दिग्गज निवेशक वॉरेन बफे 37.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर के साथ तीसरे स्थान पर हैं, उसके बाद क्रमशः जॉर्ज सोरोस (George Soros) (34.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर) और जॉन डी रॉकफेलर (John D Rockefeller) (26.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर) हैं. यह लिस्ट 2021 में जारी की गई थी.

यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि परोपकारियों को कुल परोपकारी मूल्य के आधार पर रैंक किया गया है, जिसकी गणना मुद्रास्फीति के लिए संपत्ति के मूल्य को समायोजित करने के बाद की गई है.

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जमशेदजी टाटा (Jamsetji Tata) ने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सबसे ज्यादा दान दिया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जमशेदजी टाटा ने अपने धर्मार्थ कार्य 1892 में शुरू किए थे. टाटा के अलावा, शीर्ष 50 वैश्विक परोपकारियों की सूची में शामिल होने वाले एकमात्र भारतीय विप्रो (Wipro) के संस्थापक अजीम प्रेमजी (Azim Premji) हैं, जिन्होंने 22 बिलियन अमेरिकी डॉलर का दान दिया है. अजीम प्रेमजी ने विप्रो के 67 फीसदी शेयर अजीम प्रेमजी एंडोमेंट फंड को दे दिए हैं. अजीम प्रेमजी फाउंडेशन (Azim Premji Foundation) की स्थापना 2001 में हुई थी और यह ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी स्कूलों में शिक्षा का समर्थन करता है.

जमशेदजी टाटा ने 1904 में अंतिम सांस ली और टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा (Ratan Tata) अब टाटा समूह की परोपकारी गतिविधियों की देखभाल करते हैं. हुरुन रिपोर्ट के अध्यक्ष और मुख्य शोधकर्ता रूपर्ट हूगवेर्फ़ ने कहा, "कई परोपकारियों ने पहली पीढ़ी के बजाय दूसरी पीढ़ी में दान किया, जैसे कि फोर्ड फाउंडेशन की कहानी, जिसे हेनरी फोर्ड के बेटे द्वारा स्थापित किया गया था."

हैरानी की बात है कि दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क (Elon Musk) और दुनिया के पूर्व सबसे अमीर शख्स जेफ बेजोस (Jeff Bezos) का नाम इस लिस्ट से गायब है. “यह आश्चर्य की बात है कि जेफ बेजोस और एलोन मस्क ने इस सूची में जगह नहीं बनाई है. पिछली सदी के विश्व के सबसे बड़े परोपकारियों की कहानियां आधुनिक परोपकार की कहानी कहती हैं, “कार्नेगी (Carnegie) और रॉकफेलर (Rockefeller) जैसे दुनिया के शुरुआती अरबपतियों से लेकर आज के बिल गेट्स और वॉरेन बफेट तक की विरासतें बताती हैं कि कैसे बनाई गई संपत्ति का पुनर्वितरण किया गया है.'' शीर्ष 50 में, 39 अरबपतियों के साथ अमेरिका सबसे ऊपर है, उसके बाद ब्रिटेन में पांच, चीन में तीन, भारत में दो और पुर्तगाल और स्विट्जरलैंड में एक-एक अरबपति हैं.

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