Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Haryana Assembly Elections 2024: भाजपा की पहली सूची में 25 नए चेहरे, 9 दलबदलुओं को टिकट, सोशल समीकरण पर नजर

Haryana Assembly Elections 2024: भाजपा ने हरियाणा चुनाव के लिए 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है, जिसमें जाट, दलित, पंजाबी और ब्राह्मण उम्मीदवारों का जातीय संतुलन बैठाने की पूरी कोशिश की गई है.

Haryana Assembly Elections 2024: भाजपा की पहली सूची में 25 नए चेहरे, 9 दलबदलुओं क�ो टिकट, सोशल समीकरण पर नजर
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के उम्मीदवारों की पहली सूची सामने आ गई है. लगातार तीसरी बार बाजी मारने के इरादे से उतरी BJP ने बुधवार रात 67 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं. इस सूची ने बहुत सारे लोगों को चौंका दिया है. इस सूची में जहां भाजपा सत्ता विरोधी रूझान से पार पाने की कोशिश करती दिखाई दी है, वहीं सभी बिरादरियों को बराबर टिकट देकर जातीय संतुलन बैठाने की भी भरपूर कोशिश की है. इस कवायद में जहां बड़े पैमाने पर नए चेहरों को सामने लाया गया है, वहीं कद्दावर नेताओं के बजाय उनके परिजनों को टिकट देकर दोनों पलड़े संतुलित करने का प्रयास किया गया है. इस कवायद में स्थानीय समीकरणों को ध्यान रखते हुए दलबदलुओं को भी टिकट दिए गए हैं, जिसके बाद कई नेता पार्टी से नाराज हो गए हैं. कुछ ने पार्टी छोड़नी भी शुरू कर दी है.

पहले जान लीजिए क्या है पहली लिस्ट में जातीय समीकरण

भाजपा ने 67 उम्मीदवारों में जाट और एससी उम्मीदवारों को 13-13 सीट दी हैं, जबकि ओबीसी समुदाय को 16 सीटों पर मौका दिया गया है. कोई भी दलित चेहरा सामान्य सीट पर चुनाव लड़ाने के लिए नहीं उतारा गया है. लिस्ट में 8 महिलाओं के नाम शामिल हैं, जबकि पंजाबी समुदाय के 8 और 9 ब्राह्मण उम्मीदवार चुने गए हैं. वैश्य बिरादरी के 5 और बिश्नोई व राजपूत समाज के 2-2 कैंडीडेट लिस्ट का हिस्सा हैं. एक सिख चेहरे को टिकट मिला है.


यह भी पढ़ें- Haryana BJP Candidate List: हरियाणा में BJP ने जारी की 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट, CM नायब सैनी लाडवा से लड़ेंगे चुनाव


पुराने विधायकों को बाहर की राह, 30 फीसदी नए चेहरे

पहली लिस्ट में भाजपा ने सत्ता विरोधी रूझान को मिटाने के लिए 67 में से 25 यानी करीब 30 फीसदी नए चेहरों को मौका दिया है, जो पहली बार चुनाव लड़ने उतर रहे हैं. इस कवायद में भाजपा ने 9 मौजूदा विधायकों का पत्ता साफ कर दिया है. टिकट कटने वालों की सूची में रनिया से मौजूदा बिजली मंत्री व पूर्व सीएम देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला, बवानी खेड़ा से विशंभर वाल्मिकी, पलवल से दीपक मंगला, फरीदाबाद से नरेंद्र गुप्ता, सोहना से राज्य मंत्री संजय सिंह, गुरुग्राम से सुधीर सिंगला, अटेल से सीताराम यादव, पेहवा से पूर्व मंत्री संदीप सिंह और रतिया से लक्ष्मण नापा का नाम शामिल है.

लिस्ट आने के बाद पार्टी में बड़े पैमाने पर इस्तीफे

सियासी समीकरण साधने की इस कवायद के कारण पार्टी कार्यकर्ताओं में बड़े पैमाने पर नाराजगी भी दिखाई दी है और कई लोगों ने पार्टी से इस्तीफा भी दे दिया है. इस्तीफा देने वालों में बाढड़ा सीट के पूर्व विधायक व भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र श्योराण, भाजपा पूर्वांचल प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक संजय ठेकेदार, उकलाना रिजर्व सीट से चुनाव लड़ चुकीं सीमा गैबीपुर, महम सीट के पूर्व उम्मीदवार शमशेर सिंह खरखड़ा, भाजपा किसान मोर्चा के चरखी दादरी जिलाध्यक्ष विकास उर्फ भल्ले चेयरमैन, सोनीपत के जिला उपाध्यक्ष संजीव वलेचा आदि का नाम सामने आया है.

ये हैं सूची में खास नाम

  • स्टार कबड्डी प्लेयर दीपक हुड्डा को महम सीट से उम्मीदवार बनाया गया है.
  • राम रहीम को 6 बार पैरोल देने वाले पूर्व जेल सुपरिटेंडेंट सुनील सांगवान को भी टिकट मिला है.
  • सिरसा लोकसभा सीट से दोबारा टिकट नहीं पाने वाली पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को रतिया सीट से उतारा गया है.
  • राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार को इसराना (आरक्षित) सीट से टिकट दिया गया है.
  • रोहतक लोकसभा सीट पर 2019 में दीपेंद्र हुड्डा को चुनाव हराने वाले अरविंद शर्मा को भी गोहाना सीट से टिकट मिला है.
  • अटेली सीट पर नाराज चल रहे केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव को मौजूदा विधायक सीताराम यादव की जगह टिकट मिला है.
  • कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई, किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी, करतार भडाना के बेटे मनमोहन भडाना को भी टिकट मिला है.

मुस्लिम सीटों पर नहीं खोले हैं पत्ते

भाजपा ने फिलहाल मुस्लिम सीटों पर अपने पत्ते नहीं खोले हैं. जुलाई 2023 में कलश यात्रा पर हमले के बाद हिंसाग्रस्त रहे नूंह जिले की तीनों सीट पर नाम नहीं तय किए गए हैं. 2019 में ये तीनों सीट कांग्रेस ने जीती थी. पिछले साल हुई हिंसा के बाद यहां भाजपा के खिलाफ माहौल है. लोकसभा चुनाव में भी नूंह में कांग्रेस भारी रही थी. इस कारण अभी नाम घोषित नहीं किए गए हैं. 

गोपाल कांडा के लिए छोड़ेगी सिरसा सीट

भाजपा ने सिरसा विधानसभा सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है. यहां 2019 में हरियाणा लोकहित पार्टी (हलोपा) के नेता व पूर्व मंत्री गोपाल कांडा जीते थे. हलोपा अब भाजपा नेतृत्व वाले NDA का हिस्सा है. गोपाला कांडा भी अब एयरहोस्टेस कांड में बरी हो चुके हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि यह सीट भाजपा कांडा के लिए छोड़ सकती है.

23 सीट पर उम्मीदवारों के नाम तय नहीं

भाजपा अब तक 23 सीट पर उम्मीदवारों के नाम तय नहीं कर पाई है. माना जा रहा है कि इन सीटों पर चुनाव अगले चरणों में होने के चलते अभी नाम घोषित नहीं किए गए हैं. इनमें सिरसा सीट गोपाल कांडा के लिए छोड़ी जा सकती है, लेकिन नारायणगढ़, पुंडरी, असंध, गन्नौर, राई, बरौदा, जुलाना, नरवाना (SC), डबवाली, ऐलनाबाद, रोहतक, महेंद्रगढ़, नारनौल, पटौदी (SC), बावल (SC), फिरोजपुर झिरका, नूंह, पुन्हाना, हथीन, होडल (SC), फरीदाबाद NIT और बड़खल पर नाम तय होने बाकी हैं.

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement