Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Munawar Faruqui कभी सड़कों पर बेचा करते थे समोसे, स्ट्रगल के दिनों को याद कर किए कई खुलासे

Munawar Faruqui लॉक अप के पहले सीजन के विनर बनकर चर्चा में आए थे. हाल ही में कॉमेडियन ने खुलासा किया कि उनके पिता के भारी कर्ज में डूबने के बाद उन्होंने समोसे का स्टॉल खोला था.

Latest News
Munawar Faruqui कभी सड़कों पर बेचा करते थे समोसे, स्ट्रगल के दिनों को याद कर किए कई खुलासे

Munawar Faruqui मुनव्वर फारुकी

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के रियलिटी शो लॉकअप (Lock Upp 1) सीजन वन के विनर और स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी (Munawar Faruqui) ने अपने स्ट्रगल के दिनों को याद किया है. शो जीतने के बाद वो सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में बने रहे. हालांकि उन्होंने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने जिंदगी में काफी उतार चढ़ाव देखे. यहां तक कि उन्होंने ऐसे दिन भी देखे जब उनके बाद बिल्कुल भी पैसे नहीं हुआ करते थे. 

पेशे से स्टैंड अप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी काफी विवादों में रहे हैं. हालांकि लॉक अप जीतने के बाद उनकी फैन फॉलोइंग काफी बढ़ गई थी. विवादों से गहरा नाता रखने वाले मुनव्वर के लॉक अप में एंट्री करने के बाद लोगों को उनका रियल साइड देखने को मिला. ये एक बड़ा कारण था कि वो फैंस के दिल में जल्द ही बस गए थे. शो के दौरान मुनव्वर ने अपनी जिंदगी से जुड़े कई बड़े खुलासे किए. वहीं हाल ही में मैशेबल इंडिया को दिए इंटरव्यू में भी उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों को याद किया. 

अपने बॉम्बे की जर्नी के बारे में बातचीत करते हुए मुनव्वर ने कहा कि सक्सेस पाने से पहले उन्होंने कई नौकरियां की. गुजरात में पले-बढ़े और 2007 में मुंबई आने से पहले उन्हें पैसों की तंगी देखनी पड़ी. मुनव्वर ने बताया कि वो विदेशी मुद्रा के एक्सचेंज करने का काम करते थे जिससे उनको थोड़ा प्रॉफिट मिलता था. वो उन जगहों पर समय बिताते थे जहां विदेशी टूरिस्ट अक्सर आते थे.

ये भी पढ़ें: Lock Upp के विनर मुनव्वर फारूकी का विवादों से रहा है नाता, परिवार को लेकर भी शो में खोले थे गहरे राज

उन्होंने बताया कि वो एक समोसे की दुकान पर भी काम किया करते थे जहां उन्हें काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा. अपने रेस्तरां के विफल होने के बाद अपने परिवार की वित्तीय कठिनाइयों के कारण, मुनव्वर ने एक गिफ्ट की दुकान में नौकरी की, जहां 11 घंटे काम करते थे और इसके लिए उन्हें हर महीने केवल 850 रुपये मिलते थे. 

ये भी पढ़ें: MMS कांड के बाद Anjali Arora अब Munawar Faruqui की जिंदगी में लाईं भूचाल? जानें क्यों फैली यह अफवाह

मुनव्वर न कहा 'मेरी मां और दादी घर पर समोसे बनाती थीं और मैंने घर के बाहर एक स्टॉल शुरू किया, जहां मैं समोसे बेचता था. कई बार मेरी उंगलियां जल जाती थी और गर्म तेल के छींटे मेरे ऊपर पड़ जाते थे. मुझे ये पसंद नहीं आया. तभी हमने कुछ और करने का फैसला किया.'

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement