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Cholesterol Remedy: दवा भी कोलेस्ट्रॉल नहीं कर पा रही कम तो ये चटपटा आयुर्वेदिक हर्ब्स दिखाएगा कमाल, नसों से बह जाएगी सारी वसा

कोलेस्ट्रॉल एक बार बढ़ जाए तो इसे काम करना आसान नहीं है. कई बाद दवा भी असर नहीं करती. लेकिन आज एक ऐसे स्वादिष्ट आयुर्वदिक हर्ब के बारे में बताएंगे जो नसों से वसा को खींच कर बाहर ले आएगा.

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Cholesterol Remedy: दवा भी कोलेस्ट्रॉल नहीं कर पा रही कम तो ये चटपटा आयुर्वेदिक हर्ब्स दिखाएगा कमाल, नसों से बह जाएगी सारी वसा

Cholesterol Controlling Remedy

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डीएनए हिंदीः सुपरफूड्स की जीवंत दुनिया में, एक ऐसा रत्न है जिस पर अक्सर किसी का ध्यान नहीं जाता है और ये आयुर्वेदिक रत्न नसों में जमे कोलेस्ट्रॉल को खरोच-खरोच को बाहर ला देता है. ये रत्न है इमली (Tamarind). इमली का सेवन कोलेस्ट्रॉल कम करने में मददगार हो सकता है.

इमली टॉनिक, वातनाशक, एंटीसेप्टिक, सफाई एजेंट और ज्वरनाशक के रूप में कार्य करती है और आंतों और पाचन के अन्य अंगों की खराबी को नियंत्रित करती है. 

इमली में विशेष रूप से दो महत्वपूर्ण घटक होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं: एंटिऑक्सीडेंट्स और फाइबर्स.

एंटिऑक्सीडेंट्स: इमली में पाए जाने वाले एंटिऑक्सीडेंट्स कोलेस्ट्रॉल के हानिकारक प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं, क्योंकि वे आराम से आवश्यक और निष्क्रिय होते हैं.

फाइबर्स: इमली में मौजूद फाइबर्स कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं, क्योंकि ये खाद्य प्रवृत्तियों को संभालते हैं और वसा को शरीर से बाहर निकालने में सहायक होते हैं. 

कोलेस्ट्रॉल में 10% तक कम होता है

कई अध्ययनों ने दिखाया है कि इमली का सेवन करने से टोटल कोलेस्ट्रॉल और एलडीएल (अच्छी कोलेस्ट्रॉल) के स्तर में सुधार हो सकता है. एक अध्ययन में, लोगों को रोजाना इमली के साबुत पुल्प का सेवन करने के बाद कोलेस्ट्रॉल में 10% तक की कमी दर्ज की गई.

इसके अलावा इमली पोटेशियम का एक उत्कृष्ट स्रोत है जिसका उपयोग हृदय गति को नियंत्रित करने और तरल पदार्थ को संतुलित करने के लिए किया जाता है. इसमें फ्लेवोनोइड्स जैसे पॉलीफेनोल्स होते हैं, जिनमें से कुछ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं.  साथ ही, इसमें मैग्नीशियम की मात्रा अपेक्षाकृत अधिक होती है जो रक्तचाप को बनाए रखने में मदद करती है. 

इसके अलावा, इमली भरपूर विटामिन सी का स्रोत भी होती है, जो आर्थरिटिस और ह्रदय रोग के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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