Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Cold Wave Alert: शीतलहर में हाई ब्लड प्रेशर से नसों के फटने का खतरा दोगुना, रक्तचाप रोगी ठंड में इन 4 बातों का रखें ध्यान

हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल करने के लिए जरूरी है कि आप दवा खाने के सही समय से लेकर इसे नापने तक का सही तरीका जानें.

Latest News
Cold Wave Alert: शीतलहर में हाई ब्लड प्रेशर से नसों के फटने का खतरा दोगुना, रक्तचाप रोगी ठंड में इन 4 बातों का रखें ध्यान

Blood Pressure Alert: ब्लड प्रेशर की दवा खाने का सही समय जानते हैं आप?

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदीः ब्लड प्रेशर कम या ज्यादा होना (Blood Pressure Low Or High)  दोनों ही खतरनाक होता है. ठंड में ब्लड प्रेशर बढ़ना ज्यादा खतरनाक (Increase in Blood Pressure is Dangerous in Cold) होता है. हाई बीपी के चलते नसों के फटने (Bursting of Veins due to High BP) या हार्ट अटैक (Heart Attack) और ब्रेन में ब्लीडिंग (Bleeding In Brain) की संभावना बढ़ जाती है. 

ठंड में हाई ब्लड प्रेशर वालों को खास ध्यान रखना चाहिए. यहां आपको ब्लड प्रेशर की दवा खाने से लेकर इसे नापने के सही तरीके और 4 ध्यान रखने वाली बातें शेयर कर रहे हैं. अगर आपने इन बातों का ध्यान रख लिया तो आपको हाई या लो बीपी से कभी समस्या नहीं होगी. 

Brandy in Winter Risky: कड़कती ठंड में ब्रॉडी पीने वाले हो जाएं सावधान, नसों की ब्लॉकेज और खून में थक्के का खतरा होगा दोगुना

शरीर में खून का संचार हृदय से होता है और जिस फोर्स के साथ हार्ट ब्लड पंप करता है और  ब्लड आगे बढ़ते हुए जो प्रेशर हमारी धमनियों पर डालता है उसे ही ब्लड प्रेशर या रक्तचाप कहते  हैं.  ब्लड प्रेशर दो चीजों से तय होता है.पहला,  हृदय द्वारा पंप किए गए ब्लड की मात्रा और दूसरा धमनियों में ब्लड प्रवाह के अंगेस्ट प्रतिरोध यानी रेजिस्टेंस से. समय के साथ अब हाई या लो बीपी की समस्या अब कम उम्र में ही दिखने लगी है. यही कारण है कि स्ट्रोक और हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ. रहे हैं. 

अगर ब्लड प्रेशर के साथ हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या जब ज्यादा होती है तो नसों पर दोहरा दबाव पड़ने लगता है. नसों के सिकुड़ने और ब्लड फ्लो धीमा होने से नसों पर दबाव बढ़ता है इससे नसों के फटने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है.

Blood Sugar Warning: ब्लड शुगर है हाई तो गर्म पानी से बिलकुल न नहाएं, डायबिटीज रोगी जान लें जोखिम  

नार्मल बीपी क्या होता है 
ज्यादातर लोगों को लगता है कि 120/80 नॉर्मल ब्लड प्रेशर है और यही सबसे अच्छा रक्तचाप है. हालांकि र ब्लड प्रेशर अलग-अलग उम्र में अलग हो सकता है और ये व्यक्ति के व्यक्तिगत फिटनेस लेवल, बीमारियों और जीवनशाली पर भी निर्भर करता है. आयु के आधार पर रक्तचाप 90/60 से 145/90 तक सामान्य हो सकता है.  लेकिन अगर ये इससे ज्यादा हो या 90/60 से नीचे चला जाता है तो इस स्थिति सही नहीं मानी जाती है

ब्लड प्रेशर की दवा खाने का सही समय
ब्लड प्रेशर की दवा खाने का सही समय जानना बहुत जरूरी है क्योंकि सही समय पर दवा खाकर न केवल आप हार्ट अटैक या स्ट्रोक की संभावना को कम कर सकते हैं, बल्कि आपका बीपी भी हमेशा कंट्रोल रहेगा. ब्लड प्रेशर की दवा खाने का सही समय रात का होता है. यानी सोने से पहले आप इस दवा को खाएं. साल 2019 में हुए एक अध्ययन में ये बात सामने आई है कि सुबह की जगह रात में ब्लड प्रेशर की दवा लेने से हृदयाघात की संभावना 45 फीसदी कम होती है.  स्पेन के विगो यूनिवर्सिटी में हुए इस शोध में ये बात सामने आई है कि रात में बिस्तर पर जाने के पहले हाई बीपी की दवा लेना सही रहता है. यही नहीं हर दिन एक ही समय पर बीपी की दवा लेना चाहिए और इसे किसी जूस या दूध नहीं केवल पानी से लेना चाहिए. 

सर्दियों में खून को पतला बना देंगे ये मसाले, ब्लड सर्कुलेशन होगा तेज और खुलेंगी नसों की ब्लॉकेज

ठंड में इन चार बातों का रखें ध्यान

  1. अगर आपका ब्लड प्रेशर हाई रहता है तो सुबह के समय आप बिस्तर तब छोड़ें जब धूप निकल आए और ठंड कम होने लगे.
  2. कभी भी सुबह के समय न नहाएं और न ही ठंडे पानी से नहाएं. इससे नसों को शॉक लग सकता है और आपको स्ट्रोक या अटैक आ सकता है.
  3. खाने में हाई पोटेशियम डाइट लें और नमक के साथ चीनी भी कम से कम खाएं.
  4. ठंड में एक्सरसाइज दोपहर के समय करें. सुबह या शाम करने से बचें. 

ब्लड प्रेशर कब और चेक करना चाहिए
लगातार 3 दिन तक शाम को बीपी मॉनिटर करना चाहिए और इसे न केवल बैठकर बल्कि कुछ चलने के बाद खड़े होकर भी नपवाना चाहिए. अगर खड़े होकर बीपी का स्तर ज्यादा बढ़ रहा तो ये खतरे का संकेत है.

 Diarrhea Remedy: ठंड में दस्त-पेट दर्द और उल्टी से बचना है तो किचन की ये चीजें दवा का करेंगी काम

बल्ड प्रेशर में डॉक्टर से कब मिलना चाहिए
अगर आप भी ये जानना चाहते हैं कि बल्ड प्रेशर में डॉक्टर से कब मिलना चाहिए तो जान लें कि यदि ब्लड प्रेशर की रीडिंग 180/120 या इससे अधिक हो तो डॉक्टर से मिलने जाना चाहिए. इसके साथ ही अगर सिर में तेज दर्द, देखने में परेशानी, बोलने में लड़खड़ाहट, चेस्ट में दर्द, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण हो तो भी डॉक्टर से तुरंत मिले. इसी तरह अगर थकान, डायरिया, देखने में तकलीफ, बार बार चक्कर आने, डिप्रेशन, मूड स्विंग्स और उलटी आने जैसे लक्षण हों या फिर ब्लड प्रेशर की रीडिंग 120/80 से कम हो तो तुरंत डॉक्टर से मिल सकते हैं. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement