Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Girls First Period: पहली माहवारी से मिलते हैं ये संकेत, Periods के दौरान इन बातों का रखें ध्यान

First Periods of Daughter: बेटी को उसके पहले पीरियड्स के लिए कैसे करें तैयार, क्या-क्या चैलेंज आते हैं और कैसे उसे हाईजीन पर समझाया जा सके

Girls First Period: पहली माहवारी से मिलते हैं ये संकेत, Periods के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: बेटी का पहला पीरियड (First Period) है और उसके लिए यह बड़ी बात है लेकिन आपके लिए उससे भी बड़ी चुनौती है क्योंकि बेटी को इस बारे में समझाना और उसे मानसिक रूप से तैयार करना बहुत जरूरी हो जाता है. वो इन दिनों में कैसे अपनी हाइजीन का ख्याल रखे ये बातें आपको ही उसे समझानी होगी.

एक मां के तौर पर आपकी बड़ी जिम्मेदारी है कि उसके पहले पीरियड पर उसे सभी चीजों की जानकारी देना. आज हम इसपर ही बात करेंगे, कि कैसे मां अपनी बेटी के पहले पीरियड पर उन्हें मानसिक रूप से सतर्क करती है और साथ ही उसे इस नई पड़ाव के लिए तैयार करती है. पीरियड्स के दिनों में कैसे हाईजीन का ध्यान रखा जाए और पीरियड्स के संकेत क्या होते हैं.

fist period

यह भी पढ़ें- क्या पीरियड्स में एक्सरसाइज करनी चाहिए, जानिए 

पहले पीरियड की सही उम्र क्या है - पहले पीरियड के लिए औसत आयु 10 से 12 वर्ष के बीच है. अगर आपकी बेटी का बॉडी मास इंडेक्स औसत से अधिक है या उसे हार्मोनल असंतुलन की परेशानी है, तो पहली माहवारी जल्दी भी शुरू हो सकती है.

प्यूबर्टी की पहली निशानी ब्रेस्ट का आकार लेना या बढ़ना है, इसके बाद अंडरआर्म हेयर्स, प्यूबिक हेयर्स और हाईट भी बढ़ती है.साथ ही शरीर के आकार में भी परिवर्तन होता है. इन लक्षणों के दिखाई देने के लगभग 6 महीने से तीन साल के बीच पहले पीरियड्स के शुरू होने की उम्मीद की जा सकती है.

जब बाथरूम में खून दिखे तो तुरंत पहले टिशू का इस्तेमाल करें ताकि कपड़ों पर दाग न लगे. बाद में पैड की तलाश करें

इन बातों का रखें ख्याल

  • जब पहली बार पीरियड्स हो तो सबसे पहले बेटी को समझाएं कि ये एक नेचुरल प्रोसेस है और इसमें घबराने की बात नहीं है. इसे बहुत समझदारी से हैंडल करना चाहिए 
  • अगर पीरियड्स के दौरान पेट में क्रैम्पस होते हैं तो पानी की गर्म थैली का इस्तेमाल करें, जिससे पेट में आराम मिलता है या फिर कुछ गर्म पी लें जिससे आपके पेट दर्द में राहत मिले.
  • तीन से चार घंटे में अपने पैड को बदलें, क्योंकि हाईजीन बहुत बड़ी चीज है. इससे आपको इंफेक्शन होने का खतरा कम हो जाता है 
  • अगर आपको लगे दर्द ज्याद है या ब्लिडिंग ज्यादा है तो किसी महिला डॉक्टर से सलाह लें और खान पान का ध्यान रखें
  • इस दौरान आपका मूड थोड़ा चिड़चिड़ा हो सकता है इसपर काबू पाने के लिए जितना हो सके शांत रहने और कुछ अच्छा पढ़ने का प्रयास करें 


    यह भी पढ़ें- ब्रेस्ट कैंसर पर बड़ा खुलासा, रात को एक्टिव होते हैं ब्लड सेल्स

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement