Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Cholesterol Cure: हाई कोलेस्ट्रॉल रोगी हफ्ते में दो बार खाएं ये मछली, पिघल जाएगा ब्लड में जमा फैट

What to Eat in High Cholesterol: ब्लड में आपके कोलेस्ट्रॉल यानी फैट की मात्रा बढ़ गई है तो आपको एक खास तरह की फिश जरूर खानी चाहिए.

Latest News
Cholesterol Cure: हाई कोलेस्ट्रॉल रोगी हफ्ते में दो बार खाएं ये मछली, पिघल जाएगा ब्लड में जमा फैट


मछली खाने के हैं शौकीन तो खाये ये फिश, कोलेस्ट्रॉल को कम करने में है बहुत फायदेमंद

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदीः हाई कोलेस्ट्रॉल होने पर खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. यहां आपको एक ऐसे फिश के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके खून में जमा वसा के स्तर को तेजी से कम कर सकती है. 

इस खास मछली में कई पोषक तत्व होते हैं जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में बहुत मददगार साबित होते हैं और कई रिसर्च में ये पाया गया है कि इसे खाने से वसा का स्तर भी कम होता है और लिवर में गुड कोलेस्ट्रॉल भी बनता है. तो चलिए जानें कि किस मछली से इतने फायदे मिलने वाले हैं. 

यह भी पढ़े : Cholesterol Remedy : हाई कोलेस्ट्रॉल वाले खा लें ये एक फल, नसों में चर्बी का नहीं रहेगा नामोनिशान

वसायुक्त मछली सैल्मन मछली हाई कोलेस्ट्रॉल में बहुत ही फायदेमंद मानी गई है क्योंकि इसमें विटामिन बी 3, नियासिन और ओमेगा 3 और ओमेगा 6 भी होता है और ये सारी चीजें ब्लड में जमी वसा को पिघलाने के काम करते हैं. वहीं नियासिन को गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का भी काम करता है. 
मेयो क्लिनिक के अनुसार सैल्मन को सबसे पौष्टिक मछलियों में से एक माना गया है. खासकर उन लोगों के लिए जो अपने कोलेस्ट्रॉल को कम करने की कोशिश कर रहे हैं और डेयरी प्रोडक्ट और वसा वाली चीजों से दूर रहकर कुछ हेल्दी और सेहतमंद खाना चाहते हैं. 

बता दें कि 100 ग्राम स्टीम्ड सैल्मन स्टेक में लगभग 10.8 मिलीग्राम नियासिन होता है हालांकि प्रतिदिन पुरुषों को करीब 16.5 मिलीग्राम और महिलाओं को 13.2 मिलीग्राम नियासिन की जरूरत होती है. वहीं इस मच्छली में ओमेबा 3 और 6 दोनों ही बहुत हाई होता है. बता दें कि इस मछली में गुड फैट होते हैं और ये अगर सप्ताह में कम से कम दो बार खाई जाए तो आपके नसों में जमा वसा की परत कम होने लगेगी.

आप साल्मन के साथ टूना भी खा सकते हैं. ये मछली भी हाई कोलेस्ट्रॉल में खाई जा सकती है. इसमें भी साल्मन के समान ही पोषक तत्व होते हैं लेकिन अगर दोनों मछलियों में तुलना करनी हो तो ये साल्मन बेस्ट है. टूना कथित तौर पर प्रति 100 ग्राम मछली में लगभग 6.7 मिलीग्राम नियासिन प्रदान कर सकता है.

यह भी पढ़े : Cancer : ये ड्रिंक 3 दिन में कैंसर सेल को 65% तक कर देगा कम, कीमो थेरेपी जैसा करता है काम  

मेयो क्लिनिक के अनुसार ये मछलियां ब्लड में ट्राइग्लिसराइड्स नामक पदार्थ के स्तर को काफी कम कर सकती है. इससे हार्ट पर पड़ने वाला प्रेशर भी कम होता है. खराब कोलेस्ट्रॉल रक्त ट्राइग्लिसराइड्स को बढ़ देता है जिससे नसों में वसा का स्तर बढ़ता है नसों सिकुड़ जाती हैं, इससे एथेरोस्क्लेरोसिस का खतरा बढ़ता है और ये स्ट्रोक और दिल के दौरे के जोखिम को बढ़ा देता है.

अगर मछली नहीं खा सकते तो खाएं ये 
अगर आप मछली नहीं खा सकते हैं तो आपको अपनी डाइट में ऐसी चीजें लेनी होंगी जिसमें ओमेगा 3 और 6 के साथ विटामिन बी3 और नियासिन प्रचुर मात्रा में होऋ इसके लिए आप सूरजमूखी, अलसी, कद्दू के बीज और साबुत अजना अधिक से अधिक खाएं. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर

 

Advertisement

Live tv

Advertisement
Advertisement