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Breaking News: छोटी दिवाली के दिन भूकंप से कांपी दिल्ली-एनसीआर, 2.6 रही तीव्रता 

Earthquake in Delhi: दिल्ली-एनसीआर में शनिवार को एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए. दोपहर के 3 बजकर 36 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए और इस बार केंद्र नॉर्थ दिल्ली था. रिक्टर स्कल पर इसकी तीव्रता 2.6 मांपी गई.

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डीएनए हिंदी: दिवाली की तैयारियों में व्यस्त दिल्ली-एनसीआर के लोग एक बार फिर भूकंप की वजह से दहल गए. शनिवार को दिल्ली में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 2.6 मापी गई है. पिछले डेढ़ महीनों में कई बार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.  नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार इसका केंद्र उत्तरी दिल्ली में जमीन की सतह से 10 किमी नीचे था. हालांकि, भूकंप से किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है. इस बार भूकंप की तीव्रता इतनी ज्यादा नहीं थी और ज्यादातर लोगों को झटके महसूस भी नहीं किए गए. हालांकि, दिवाली से ठीक एक दिन पहले भूकंप ने लोगों को थोड़ा परेशान जरूर कर दिया है. 

पश्चिम नेपाल में पिछले दिनों आया था भयानक भूकंप 
पिछले डेढ़ महीने में दिल्ली-एनसीआर में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. इससे कुछ दिन पहले पश्चिम नेपाल में 5.6 की तीव्रता से भूकंप आया था जिसकी वजह से बड़े पैमाने पर बर्बादी हुई थी. इसके बाद दिल्ली एनसीआर और उत्तर भारत के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. उससे पहले 3 अक्टूबर को दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक उस समय भकंप की तीव्रता 6.2 मांपी गई थी. 3 अक्टूबर को भूकंप की तीव्रता को लोगों ने बडे पैमाने पर महसूस किया था. 

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भूकंप के लिहाज से दिल्ली-एनसीआर संवेदनशील क्षेत्र
राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र जोन IV के अंतर्गत आता है. यह क्षेत्र भूकंप को लेकर ज्यादा जोखिम भरा माना जाता है. दिल्ली-एनसीआर में खास तौर पर यमुना नदी के आसपास का इलाका भूकंप के लिहाज से खतरनाक क्षेत्र माना जाता है. इस जोन में महाराष्ट्र के पाटन का हिस्सा, जम्मू-कश्मीर, सिक्किम, लद्दाख समेत कुछ और क्षेत्र आते हैं. इस जोन में भूकंप की तीव्रता और खतरे को देखते हुए निर्माण कार्यों में कुछ प्रावधानों का पालन करना अनिवार्य है. 

अफगानिस्ता-नेपाल में भूकंप ने मचाई भारी तबाही 
इसी साल तुर्किये में भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी और जान माल का भारी नुकसान हुआ था. कुछ दिन पहले नेपाल में भूकंप की वजह से भारी तबाही हुई थी. अफगानिस्तान में भी पिछले कुछ सालों में भूकंप की वजह से भारी नुकसान हुआ है. अफगानिस्तान में कच्चे घर होने और लोगों के बीच जानकारी के अभाव की वजह से भी भूकंप के दौरान जरूरी सुरक्षा मानक नहीं अपना पाते हैं और इस वजह से बड़ा नुकसान हो जाता है.

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