Twitter
Advertisement
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

जम्मू में दो दिन से नेशनल हाइवे बंद, हिमाचल में लैंड स्लाइड से बढ़ा खतरा, भारी बारिश ने चारों तरफ मचाई तबाही

Jammu Kashmir Heavy Rains: जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में जारी भारिश के चलते भूस्खलन की कई घटनाएं हुई हैं और कई रास्ते भी बंद हो गए हैं.

जम्मू में दो दिन से नेशनल हाइवे बंद, हिमाचल में लैंड स्लाइड से बढ़ा खतरा, भारी बारिश ने चारों तरफ मचाई तबाही

Heavy Rain and Floods

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: मानसून आने के साथ ही उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में तबाही मच गई है. पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में जमकर बारिश हो रही है. इसके चलते भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं. यही वजह है कि जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे दो दिन से बंद है. दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश में भी भूस्खलन की घटनाओं के चलते जगह-जगह कई पर्यटक फंस गए हैं. स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग लोगों को बचाने और रास्ता चालू करने में तेजी से जुटा हुआ है. हिमाचल प्रदेश में 30 से ज्यादा छात्रों को सुरक्षित निकाला गया है. दूसरी तरफ, दिल्ली-एनसीआर में भी भारी बारिश से कई जगहों पर जलभराव हो गया है और लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

जम्मू-कश्मीर ट्रैफिक पुलिस ने कहा, 'एनएच-44 अभी भी बंद है. रत्ता छंब में भूस्खलन के कारण मुगल रोड फिर से बाधित हो गया है. लोगों को ट्रैफिक कंट्रोल यूनिट (टीसीयू) से पुष्टि के बिना यात्रा न करने की सलाह दी जाती है.' ट्रैफिक पुलिस ने आगे कहा कि रास्ते पर यातायात बहाली के लिए अवरोध हटाने का काम जारी है. जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग कश्मीर घाटी की जीवन रेखा है और कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला मुख्य सड़क संपर्क है.  आवश्यक आपूर्ति से लदे कश्मीर जाने वाले ट्रक और अन्य वाहन राजमार्ग से गुजरते हैं और कश्मीर से देश के बाकी हिस्सों के लिए फल ले जाने वाले ट्रक इसी सड़क से होकर गुजरते हैं. सामने आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि सैकड़ों ट्रक रास्ते में फंस गए हैं.

यह भी पढ़ें- दिल्ली-एनसीआर में बारिश के साथ हुई दिन की शुरुआत, जानिए आज के लिए क्या है IMD का अनुमान

हिमाचल में फंसे लोगों को बचाया गया
पहाड़ों पर अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण हिमाचल प्रदेश में सड़क संपर्क टूटने के बाद स्पीति से मनाली जा रहे 30 कॉलेज छात्रों को सुरक्षित बचा लिया गया है. जिला प्रशासन को शनिवार शाम को सूचित किया गया कि यह समूह लाहौल उपमंडल में ग्राम्फू और छोटा धर्रा के बीच फंसा हुआ है. वे दो गाड़ियों में सवार थे. एक सरकारी बुलेटिन में कहा गया है कि बचाव अभियान के लिए पुलिस, होम गार्ड और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) कर्मियों की एक बचाव टीम तैनात की गई थी.

यह भी पढ़ें- मणिपुर में 2 महीने से ठप था इंटरनेट, हाई कोर्ट ने दिया बहाली का आदेश

बर्फबारी की संभावना के साथ भारी बारिश के कारण सरकार ने शनिवार को दो सप्‍ताह तक चलने वाली श्रीखंड महादेव तीर्थयात्रा को सोमवार तक रोक दिया है. यह यात्रा अमरनाथ से भी कठिन मानी जाती है. एक दिन पहले तीन श्रद्धालु यात्रा के दौरान फिसल गए थे. पुलिस उपाधीक्षक चन्द्रशेखर कायथ ने मीडिया को बताया कि बचाव दल ने एक शव बरामद किया, जबकि दो लापता हैं. उन्होंने कहा कि खराब मौसम के कारण तलाशी अभियान में बाधा आ रही है.

भारी बारिश के चलते ब्यास नदी का जलस्तर काफी ज्यादा बढ़ गया है. कुल्लू और मनाली को जोड़ने वाले नेशनल हाइवे 3 पर भी ट्रैफिक रोक  दिया गया है. हिमाचल प्रदेश में शिमला कालका-हेरिटेड रेल ट्रैक पर पेड़ गिरने के चलते इसे भी रोक दिया गया है. भूस्खलन की वजह से भी कई जगहों पर ट्रैक प्रभावित हुआ है. उत्तराखंड में भी कई जगहों पर भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.

यह भी पढ़ें- बंगाल हिंसा पर बोले अधीर रंजन चौधरी, 'ममता बनर्जी दिल्ली में साधु तो कोलकाता में शैतान हैं'

भारी बारिश में बह गए सेना के दो जवान
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पोशाना नदी में सेना के दो जवान भारी बारिश के पानी में बह गए. सेना की ओर से बताया गया है कि नायब सुबेदार कुलदीप सिंह नदी पार कर रहे थे उसी वक्त नदी के तेज बहाव में वह खुद भी बह गए. दोनों जवानों की तलाश और रेस्क्यू के लिए सेना का ऑपरेशन जारी है. वहीं, भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से अमरनाथ यात्रा को भी रोक दिया गया है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement