Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

दारोगा बनने पर शादी से किया था इनकार, अब महिला थाने में रचाई गर्लफ्रेंड संग शादी, फेरे की जगह किया ये काम

Bihar News: बिहार के भागलपुर में यह अंतरजातीय विवाह बल्कि डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को साक्षी मानकर हुआ है. पहले दारोगा ने नौकरी लगने पर शादी से इंकार कर दिया था.

दारोगा बनने पर शादी से किया था इनकार, अब महिला थाने में रचाई गर्लफ्रेंड संग शादी, फेरे की जगह ��किया ये काम

Bihar Police के दारोगा ने महिला थाने में गर्लफ्रेंड से अनूठे तरीके से शादी की है.

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

डीएनए हिंदी: Bhagalpur News- बिहार के भागलपुर जिले में एक अनूठी शादी सामने आई है. बिहार पुलिस के एक दारोगा ने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ महिला पुलिस थाने में शादी रचाई है. हालांकि इस शादी में ना बाजा बजा, ना बारात सजी. दोनों को पुलिसकर्मियों ने ही शादी के लिए तैयार किया. अलग-अलग जातियों वाले दूल्हा-दुल्हन ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को साक्षी मानकर आशीर्वाद लिया. फिर दूल्हे ने दुल्हन की मांग सिंदूर से भर दी और शादी के बंधन में बंध गए. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने दूल्हा-दुल्हन को मिठाई खिलाई और आशीर्वाद के साथ शगुन भी दिया.

नौकरी लगने पर शादी से किया था दूल्हे ने इंकार

मुजफ्फरपुर पुलिस में तैनात दारोगा मनोज कुमार उर्फ गौरव कुमार भागलपुर के एकचारी टपुआ थाना इलाका निवासी हैं. उनका अपने गांव के ही रूदल पासवान की बेटी वंदना कुमारी से करीब 4 साल से लव अफेयर चल रहा था, लेकिन दोनों की जातियां अलग-अलग होने से उनके परिजन इस अफेयर से खफा थे. सब इंस्पेक्टर बनने के बाद घरवालों के दबाव में मनोज ने शादी से इंकार कर दिया था.

नहीं हारी वंदना, आखिर में पा ही लिया प्यार

वंदना ने मनोज के प्यार में धोखा देने पर भी हार नहीं मानी. उन्होंने पुलिस अधिकारियों के चक्कर काटे और गुहार लगाई. यह प्यार प्रशासनिक अधिकारियों के बीच भी चर्चा का सबब बन गया. अधिकारियों के समझाने के बाद आखिर मनोज शादी के लिए राजी हो गया. शादी की रस्में भागलपुर के SC-ST थाने/महिला थाने में पूरी की गईं. महिला पुलिसकर्मियों ने 20 साल की वंदना को दुल्हन की तरह सजाया, जबकि पुरुष पुलिसकर्मियों ने मनोज को दूल्हे का सेहरा पहनाया.

इसके बाद दोनों ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को साक्षी मानकर जीवनभर साथ रहने की कसम खाई. फिर मनोज ने वंदना की मांग सिंदूर से भरी और शादी के बंधन में दोनों बंध गए. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने इस शादी की खुशी में मिठाई बांटी. SC-ST थाना प्रभारी महेश राम के मुताबिक, दोनों पक्षों की रजामंदी से शादी हुई है. महिला थाने में पहली बार अंबेडकर विचारधारा के तहत ऐसी शादी हुई है. 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement