Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Kuno Cheetah Death: भारत में 70 साल बाद जन्मे 4 चीतों में से 3 की मौत, पढ़ें कूनो में क्यों नहीं ले पा रहे सांस

Project Cheetah: भारत में 70 साल बाद मादा चीते ने 4 बच्चों को जन्म दिया था लेकिन अब तक इन चार में से तीन चीतों की मौत हो गई है, जो कि प्रोजेक्ट चीता के लिहाज से बड़ा झटका है.

Kuno Cheetah Death: भारत में 70 साल बाद जन्मे 4 चीतों में से 3 की मौत, पढ़ें कूनो में क्यों नहीं ले पा रहे सांस

Kuno National Park

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

डीएनए हिंदी: भारत में प्रोजेक्ट चीता को लगातार बुरी खबर आ रही है. आज एक बार फिर मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) से 2 चीतों के मरने की खबर आई है. कुनो में मादा चीता ज्वाला के दो और शवकों की मौत हो गई है. दो दिन पहले ही उसके एक शावक की मौत हुई थी. ज्वाला ने इस साल मार्च में चार शावकों को जन्म दिया था. इनमें से अब तक 3 की मौत हो चुकी है. वन विभाग की टीम इस बात का पता लगाने में जुटी है कि आखिर शावकों की इस मौत के क्या कारण हैं. 

बता दें कि हाल ही में 23 मई को भी एक शावक की मौत हो गई थी. भारत में 70 साल बाद नामीबिया से लाए गए चीतों में से एक मादा चीता ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया था. इसके बाद एक शावक की मौत हो गई थी. वहीं स्थिति को देखते हुए शेष 3 शावकों और मादा चीता ज्वाला को वन्यप्राणी चिकित्सकों की टीम की निगरानी में रखा गया था. ऐसे में अब तक 3 शावकों और 3 चीतों की मौत कूनो नेशनल पार्क में हो चुकी है.

ये भी पढ़ें- सेंगोल क्या है, कौन है बनाने वाला कलाकार, क्या है इसका महत्व? जानिए सबकुछ

गर्मी की वजह से हुई दो शावकों की मौत

दो चीता शावकों की मौत को लेकर मध्य प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने बताया है कि 23 मई को भीषण गर्मी रही और लू चलती रही है. इसके कारण तीनों शावकों की असामान्य स्थिति और गर्मी को देखते हुए प्रबंधन एवं वन्यप्राणी चिकित्सकों की टीम ने तत्काल तीनों शावकों को रेस्क्यू कर आश्यक उपचार करने का फैसला किया गया था. इन प्रयासों के बावजूद दो शावकों की स्थिति बहुत खराब हो गई और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है.

चौथे शावक की भी हालत गंभीर

अब तक 4 में से तीन चीतों की मौत हो गई है. वहीं अधिकारियों का कहना है कि 1 शावक की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है और उसे इलाज के लिए पालपुर स्थित चिकित्सालय में रखा गया है. इलाज के लिए नामीबिया और साउथ अफ्रीका के सहयोगी चीता विशेषज्ञों और डॉक्टरों से भी सलाह ली जा रही है.

ये भी पढ़ें- तेजी से आ रहे ट्रक ने रॉन्ग साइड से CRPF की गाड़ी को मारी टक्कर, जवानों का हुआ बुरा हाल, देखें VIDEO

गर्मी के चलते सांस नहीं ले पा रहे चीते

अधिकारियों द्वारा बताया गया है कि सभी चीता शावक सामान्य से कम वजन और अत्यधिक डिहाइड्रेटेड पाए गए हैं. मादा चीता ज्वाला पहली बार मां बनी थी. चीता शावकों की उम्र लगभग 8 हफ्ते है और इस अवस्था में चीता शावक सामान्यत: जिज्ञासू होते हैं और मां के साथ ही चलते हैं. चीता शावकों ने अभी लगभग 8 से 10 दिन पहले ही मां के साथ घूमना शुरू किया था.

इस मामले में चीता विशेषज्ञों के मुताबिक सामान्य रूप से अफ्रीका में चीता शावकों का जीवित रहने का प्रतिशत बहुत कम होता है. नियमों के मुताबिक शावकों के पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement