Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING

जब न्यूजीलैंड में लोगों ने सुनी पीएम मोदी के 'मन की बात', 100वें एपिसोड पर ये था लोगों का रिएक्शन

एनआईडी फाउंडेशन और भारतीय उच्चायोग ने न्यूजीलैंड में मन की बात के 100वें एपिसोड का विशेष आयोजन किया. इस दौरान कई लोग वहां मौजूद रहे.

जब न्यूजीलैंड में लोगों ने सुनी पीएम मोदी के 'मन की बात', 100वें एपिसोड पर ये था लोगों का रिएक्शन

न्यूजीलैंड में लोगों ने सुनी पीएम मोदी के मन की बात.

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 100 एपिसोड पूरे होने के ऐतिहासिक क्षण का जश्न मनाने के लिए न्यूजीलैंड में भी एक कार्यक्रम हुआ है. NID फाउंडेशन ने न्यूजीलैंड में भारत के उच्चायोग के सहयोग से ऑकलैंड के महात्मा गांधी केंद्र में 30 अप्रैल 2023 को मन की बात के विशेष प्रसारण का आयोजन किया था. इस ऐतिहासिक अवसर पर न्यूजीलैंड में भारत की उच्चायुक्त नीता भूषण मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थी.

न्यूजीलैंड में भारत के मानद वाणिज्यदूत भव ढिल्लों, एनआईडी फाउंडेशन के मुख्य संरक्षक सतनाम सिंह संधू , सह-संस्थापक हिमानी सूद उपस्थित थी. इस के अतिरिक्त विभिन्न व्यवसायियों, उद्यमियों, विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों और प्रवासी भारतीयों सहित 1000 से अधिक लोगों ने भाग लिया.

न्यूजीलैंड में भारतीय उच्चायुक्त नीता भूषण ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी के न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में बहुत बड़े प्रशंसक हैं. भारत दौरे पर आए इटली के प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को 'किसी भी देश का सबसे मुखर प्रधानमंत्री' बताया है.

इसे भी पढ़ें- Wrestlers Protest: पहलवानों के धरने का 11वां दिन, मिलने पहुंची IOA अध्यक्ष पीटी उषा, अब तक क्या हुआ, 5 पॉइंट्स में जानिए

मन की बात पर क्या बोले लोग?

नीता भूषण ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  सबसे दूरदर्शी और गतिशील नेताओं में से एक है और ऐसा नेता भारत ने पहले कभी देखा है. मोदी जी देश के नागरिकों का मार्गदर्शन करते है.लोग 'मन की बात' कार्यक्रम के माध्यम से उन्हें सुनने के लिए प्रतीक्षा करते हैं. 'मन की बात' का हर एपिसोड भारत और भारतीयों के लिए समर्पित है.'

नीता भूषण ने कहा, 'प्रधान मंत्री मोदी अपनी कहानियों और अनुभवों के माध्यम से  प्रवासी भारतीयों को उनके राष्ट्र से जोड़ते हैं. भारत की दुनिया में एक नई छवि बन गई है जैसे की दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था, उच्चतम युवा आबादी वाला.'

एनआईडी फाउंडेशन के मुख्य संरक्षक, सतनाम सिंह संधू ने कहा, 'यह कार्यक्रम  सिर्फ 'मन की बात' नहीं है बल्कि 'जन की बात' के बारे में बात करता है और इसकी पहुंच भारत के हर कोने तक ह तो इसे  कण- कण की बात' कहा जा सकता है. इसका प्रसारण दुनिया के 150 देशों में हो रहा है. संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में 'मन की बात' का प्रसारण देश के लिए यह भी गर्व की बात है. पिछले 9 वर्षों के दौरान, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है. आज विश्व का हर देश भारत की ओर आशा और गर्व की दृष्टि से देख रहा है.'

मन की बात कार्यक्रम पर क्या बोले सतनाम सिंह संधू?

सतनाम सिंह संधू ने कहा, '140 करोड़ भारतीयों को एक सूत्र में पिरोना, राष्ट्रवाद और देशभक्ति की भावना जागकर उन्हें प्रेरित करना एक बहुत बड़ा कार्य है. 'मन की बात' के जरिए पीएम मोदी ने भारत के लोगों को बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित किया है. इतना ही नहीं उन्होंने सपनों को साकार करने का मंत्र भी दिया है.यह हमारे लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि गुजरात की  100 वर्षीय रामिबेन आज 'मन की बात' की 100वीं कड़ी देखने के लिए हमारे साथ हैं. इन्होने 100 वर्षों के दौरान भारत के वास्तविक परिवर्तन को देखा है.

न्यूजीलैंड के पूर्व उप प्रधान मंत्री और न्यूजीलैंड फर्स्ट के अध्यक्ष, विंस्टन पीटर्स, जो न्यूजीलैंड के पूर्व विदेश मंत्री भी रहे हैं, ने 'मन की बात' के 100 एपिसोड पूरे करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र  मोदी को बधाई देते हुए कहा 'मुझे इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने पर गर्व है. 'मन की बात' आम लोगों से जुड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण अवधारणा है और राष्ट्र निर्माण के लिए विचारों को साझा करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है. यह एक अनूठा माध्यम है जिसके जरिये देश का एक नेता देश के नागरिकों के साथ सीधे अपने विचारों और पहलों को साझा करता है.'

लोगों ने लगाए वंदे मातरम के नारे

इस ऐतिहासिक अवसर पर यहां मौजूद भारतीय मूल के लोगों को देखकर इस बात का साफ़ अंदाजा लगाया जा सकता था की ये लोग अपने देश से अभी भी जुड़े हुए हैं और मोदी जी के विकसित भारत के निर्माण के लक्ष्य को लेकर काफी उम्मीदें है. इस मौके पर भरी संख्या में प्रवासी भारतीय उपस्थित थे जिनमे विशेष रूप से महिलाएं भी शामिल थी.इस विशेष प्रसारण के दौरान वहां उपस्थित भारतीय मूल के महिलाओं ने इस कार्यक्रम में देशभक्ति की भावना और देश प्रेम का प्रदर्शन किया. इन्होंने मिलकर भारत माता की जय, मोदी है तो मुमकिन हैं और वन्दे मातरम के नारे लगाए.
 
न्यूजीलैंड में अहमदिया मुस्लिम समुदाय के एक प्रतिनिधि ने कहा कि पीएम मोदी के 'मन की बात' के 100वें एपिसोड के प्रसारण का हिस्सा बनना और उनके नेतृत्व में एक राष्ट्र के रूप में भारत के विकास के बारे में जानना एक सम्मान की बात है. इस रेडियो कार्यक्रम के माध्यम से, पीएम मोदी ने भारत के नागरिकों के साथ उन विषयों और मुद्दों पर बातचीत की है जो राष्ट्र के लिए मायने रखते हैं और प्रत्येक को राष्ट्र की प्रगति में योगदान करने के लिए प्रेरित किया है.

दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय की प्रतिनिधि और ऑकलैंड में बुरहानी महिला संघ की सचिव तज़नीम ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो शो के माध्यम से महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया है और विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय महिलाओं की उपलब्धियों को सम्मान दिया है.'

क्या बोले शब्बीर राजकोटवाला?

न्यूजीलैंड में दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधि शब्बीर राजकोटवाला ने कहा, 'मन की बात' के जरिए प्रधानमंत्री मोदी विभिन्न समुदायों के देशवासियों से जुड़े हैं और उन्होंने  सभी के बीच समानता सुनिश्चित की है. इस बात का प्रमाण यह है की अब दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय भारत में सुरक्षित और सम्मानित महसूस करता है . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ई-कॉमर्स चैनल खोलकर मुख्य रूप से व्यापार के मामले में दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय के लिए बहुत कुछ किया है, जिसके परिणामस्वरूप समुदाय का आर्थिक उत्थान हुआ है.

इस अवसर पर मलयाली समुदाय की देवी शोभना ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  के नेतृत्व में भारतीय महिलाएं सशक्त हैं. अपने रेडियो कार्यक्रम के माध्यम से भारत में समाज के सभी वर्गों के साथ बातचीत करके उन्होंने यह साबित कर दिया है कि एक अच्छा नेता ही एक महत्वपूर्ण बदलाव लाकर  देश को विकास की ओर ले जा सकता है.'

एसोसिएशन ऑफ कंज्यूमर एक्ट एंड टैक्सपेयर्स न्यूजीलैंड के सदस्य राहुल चोपड़ा ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 'मन की बात' के 100वें एपिसोड को पूरा होना एक ऐतिहासिक क्षण है. यह रेडियो कार्यक्रम प्रधानमंत्री मोदी की महत्वपूर्ण पहल है, जिसने न केवल भारत में सरकार और नागरिकों के बीच संवाद में सुधार लाया है, बल्कि यह दुनिया भर में रहने वाले प्रवासी भारतीयों से भी जुड़ा हुआ है.'

रामिबेन ने कहा कि मोदी जी एक दृण- निश्चय वाले नेता और सही मायने में भारत माता के सच्चे सपूत है. मैं इनके अच्छे स्वस्थ कि कमान करती हूँ और उम्मीद करती हूं उनके नेतृत्व में भारत प्रगति के मार्ग पर अग्रसर रहे. रामिबेन की उम्र 100 साल है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement