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पहली बार मोदी सरकार के समर्थन में बोले राहुल गांधी, जानिए कब और कहां की है बात, क्या था मुद्दा

Rahul Gandhi In Belgium: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस समय विदेशी दौरे पर हैं. आलोचक कह रहे थे कि राहुल जानबूझकर देश में जी-20 शिखर सम्मेलन जैसे बड़े आयोजन के समय विदेश में मोदी सरकार की निंदा करने गए हैं, लेकिन राहुल का रुख उल्टा दिखा है.

पहली बार मोदी सरकार के समर्थन मे�ं बोले राहुल गांधी, जानिए कब और कहां की है बात, क्या था मुद्दा

Rahul Gandhi in Belgium

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 डीएनए हिंदी: Rahul Gandhi Latest News- पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के सबसे बड़े आलोचकों में से एक माना जाता है. मोदी सरकार के लगभग हर निर्णय की राहुल खिलाफत करते हैं. देश में जी-20 शिखर सम्मेलन (Delhi G-20 Summit) जैसे बड़े आयोजन के दौरान राहुल गांधी के विदेशी दौरे पर चले जाने को भी उनकी इसी खिलाफत से जोड़कर देखा गया था. राहुल के आलोचकों ने कहा था कि वे इतने बड़े आयोजन के दौरान जानबूझकर विदेश में मोदी सरकार की निंदा करने के लिए गए हैं. हालांकि बेल्जियम पहुंचे राहुल गांधी ने अपने सभी आलोचकों को उस समय हैरान कर दिया, जब उन्होंने एक मुद्दे पर मोदी सरकार का समर्थन और प्रशंसा की. राहुल गांधी ने बेल्जियम के ब्रसेल्स में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत सरकार के रुख को सही ठहराया. उन्होंने कहा कि विपक्षी दल इस मुद्दे पर भारत सरकार के हर कदम को सही मानते हैं और उसका समर्थन कर रहे हैं. राहुल गांधी इस यूरोप के दौरे पर हैं, जिसका आयोजन इंडियन ओवरसीज कांग्रेस की तरफ से किया गया है.

'हमें अपनी प्राथमिकता तय करने का हक'

राहुल गांधी से तेल खरीद को लेकर सवाल पूछा गया था. उनसे पूछा गया था कि रूस पर पश्चिमी देशों के प्रतिबंध के बावजूद भारत उससे तेल खरीद रहा है. इसे लेकर राहुल ने कहा कि भारत एक बड़ा देश है और हमें अपनी प्राथमिकता तय करने और उसके तहत अन्य देशों से संबंध बनाने का पूरा हक है. ब्रसेल्स प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल ने कहा, भारत और रूस के बीच बेहतर संबंध हैं. मुझे नहीं लगता कि विपक्षी दल संघर्ष के मुद्दे पर सरकार के रुख से असहमत हैं. तेल खरीद के फैसले को लेकर विपक्ष का सरकार के साथ कोई मतभेद नहीं है. मेरे ख्याल से अधिकतर विपक्षी दल संघर्ष (रूस-यूक्रेन युद्ध) को लेकर भारत की मौजूदा स्थिति से सहमत हैं.  

खड़गे को डिनर इन्वीटेशन नहीं मिलने पर साधा मोदी सरकार पर निशाना

राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना भी साधा. उनसे बेल्जियम के मीडिया ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को जी-20 डिनर का इनवाइट नहीं मिलने पर रिएक्शन पूछा. इस पर राहुल ने कहा कि भाजपा भारत की 60 फीसदी आबादी को अहमियत नहीं देती. उन्होंने कहा कि लोगों को इस निर्णय के पीछे के कारण और मानसिकता पर सोचना चाहिए. उन्होंने भारत बनाम इंडिया की बहस को लेकर भी मोदी सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि यह भारत को केवल बांटने की साजिश है. संविधान में साफ लिखा है, इंडिया जो कि भारत है. यह खुद ही पर्याप्त है.

भारत को बनना होगा चीन का विकल्प

राहुल गांधी ने उत्पादन के क्षेत्र में भारत और यूरोप के आपसी सहयोग की वकालत की. उन्होंने कहा कि भारत को चीन का विकल्प बनना होगा. उत्पादन के क्षेत्र में विकल्प बनने के लिए बेहद प्रयास करने की जरूरत है. चीन में नागरिकों की समृद्धि बढ़ रही है, लेकिन वहां लोगों को राजनीतिक आजादी नहीं है. भारत अपने यहां उत्पादन बढ़ाकर लोगों को राजनीतिक के साथ ही आर्थिक आजादी भी दे सकता है. इस संबंध में भारत-यूरोप का आपसी सहयोग बेहद मददगार साबित हो सकता है.

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