Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Gujarat Election Result: AAP बनेगी देश की 8वीं राष्ट्रीय पार्टी, गुजरात चुनाव के बाद ऐसे बढ़ेगा केजरीवाल का कद

Guajarat Election Result 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 12 फीसदी वोट और 6 सीटें मिलती दिख रही है. 

Latest News
Gujarat Election Result: AAP बनेगी देश की 8वीं राष्ट्रीय पार्टी, गुजरात चुनाव के बाद ऐसे बढ़ेगा केजरीवाल का कद

आम आदमी पार्टी देश की 8वीं राष्ट्रीय पार्टी बनने जा रही है. 

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदीः गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों के नतीजे (Gujarat Election Result 2022) आज आ रहे हैं. गुजरात में बीजेपी की 7वीं बार वापसी होती दिख रही है तो हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाती दिख रही है. इन सब के बीच आज देश को एक और राष्ट्रीय दल मिलने की संभावना बन रही है. अभी तक के आंकड़ों के मुताबिक गुजरात में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi party) को 12% से ज्यादा वोट मिले हैं. अगर AAP अपना ये वोटिंग प्रतिशत बनाए रखने में कामयाब होती है तो राष्ट्रीय दल की शर्तों को पूरा कर सकेगी. आम आदमी पार्टी को भी राष्ट्रीय दल बनने का पूरा भरोसा है इसलिए दिल्ली के पार्टी ऑफिस में राष्ट्रीय दल लिखे पोस्टर भी लगा दिए गए हैं. देश की सबसे नई पार्टी महज 10 साल में ही राष्ट्रीय दल बनने के मुहाने पर खड़ी है.

आम आदमी पार्टी का सफर
26 नवंबर 2012 वो तारीख थी जब आम आदमी पार्टी (AAP) वजूद में आई थी. एक साल बाद ही दिसंबर, 2013 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनावों में AAP ने ताल ठोकी. पहले ही चुनाव में AAP ने 29.49% वोटों के साथ 28 सीटों और पर कब्जा किया. 15 साल से सत्ता पर काबिज कांग्रेस को पछाड़ते हुए दूसरे नंबर की पार्टी बनी. हालांकि BJP 31 सीटों के साथ सबसे बड़ा दल बनी. कांग्रेस के सपोर्ट के साथ AAP ने सरकार बनाई. 49 दिन तक दिल्ली पर AAP की सरकार रही. जन लोकपाल बिल पर AAP को कांग्रेस का साथ नहीं मिला, बिल पास नहीं हो पाया और अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा दे दिया. इसके बाद दिल्ली में राष्ट्रपति शासन रहा. साल 2015 में फिर से विधानसभा चुनावों का बिगुल बजा. इस बार AAP ने इतिहास में अपना नाम दर्ज किया. 70 में से 67 विधानसभा सीटों पर 54.3% वोटों के साथ जीत दर्ज करते हुए सरकार बनाई. बीजेपी को सिर्फ 3 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस खाता तक नहीं खोल पाई.

ये भी पढ़ेंः हिमाचल में कांग्रेस को ‘ऑपरेशन लोटस’ का डर, विधायकों को शिफ्ट किया जा सकता है राजस्थान

हालांकि 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में दिल्ली की सभी 7 सीटों पर AAP को हार का मुंह देखना पड़ा और सिर्फ 0.44% वोट मिले. 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनावों में AAP ने 62 सीटों पर 53% वोटों के साथ जीत दर्ज करते हुए सत्ता में वापसी की. इस बीच दिल्ली के बाहर पंजाब में साल 2017 के विधानसभा चुनावों में 23% वोटों के साथ दूसरा सबसे दल बनकर उभरी. 2022 में पंजाब विधानसभा चुनावों में 42% वोट हासिल कर सत्ता हासिल कर ली. 2022 में हुए गोवा विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने 6% से ज्यादा वोटों हासिल कर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई.

ये भी पढ़ेंः बिहार में AIMIM का हुआ जो हाल वहीं गुजरात में AAP के साथ ना हो जाए, जानें वजह

क्या होती है राष्ट्रीय दल बनने की योग्यता

किसी भी राजनीतिक पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए कुछ शर्तों को पूरा करना होता है. अगर कोई पार्टी राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा चाहती है तो उसे कम से कम 4 या उससे ज्यादा राज्यों में रिजनल पार्टी बनना होगा. यदि कोई राजनीतिक दल लोकसभा चुनाव के दौरान 3 अलग-अलग राज्यों को मिलाकर कुल 2% सीटों पर जीत दर्ज कर लेता है तो उसे राजनीतिक दल का दर्जा दे दिया जाता है. इसके अलावा अगर कोई राजनीतिक दल 4 लोकसभा सीटों के साथ-साथ लोकसभा चुनाव में 4 राज्यों पर या 4 विधानसभा चुनावों में 6% या उससे ज्यादा वोट हासिल करती है तो वो राष्ट्रीय दल कहलाने का हक भी हासिल कर लेती है.

किस-किस पार्टी को राष्ट्रीय दल कहलाने का हक

चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक इस समय देश में 7 राजनीतिक दलों को राष्ट्रीय कहलाने का हक हासिल है-

BJP- साल 1980 में भारतीय जनता पार्टी का गठन हुआ था. आज बीजेपी देश और दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के तौर पर खड़ी है.

Congress- देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी है राष्ट्रीय नेशनल कांग्रेस या कहें कांग्रेस. साल 1885 में कांग्रेस वजूद में आई थी. मौजूदा लोकसभा में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है.

AITMC- पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की पार्टी ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस ने 1998 में जन्म लिया. तृणमूल कांग्रेस मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल में एक्टिव है, लोकसभा की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है.

BSP- बहुजन समाज पार्टी भी राष्ट्रीय दल का दर्जा रखती है. 1984 में कांशीराम ने इस पार्टी का नींव रखी थी.

CPI- कांग्रेस के बाद भारत की दूसरी सबसे पुरानी पार्टी है कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया. कानपुर में साल 1925 में सीपीआई अस्तित्व में आई थी.

CPI(M)- साल 1964 में सीपीआई से टूटकर सीपीआई (M) का गठन हुआ था.
 

NCP- कांग्रेस से निकाले जाने के बाद शरद पवार ने नेशनल कांग्रेस पार्टी बनाई थी. एनसीपी महाराष्ट्र का सबसे बड़ा विपक्षी दल है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement