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Krishna Chhati 2022: कृष्ण की छठी क्यों मनाई जाती है? इस दिन बनता है यह खास भोग, डिटेल्स में पढ़ें पूजन विधि

Krishna Chhati 2022- कब और कैसे मनाई जाती है कृष्ण छटी और कैसे होती है पूजा. जानिए इस दिन क्या भोग लगता है. कढ़ी चावल का विशेष महत्व क्यों हैं. इस दिन किस देवी की मान्यता है

Krishna Chhati 2022: कृष्ण की छठी क्यों मनाई जाती है? इस दिन बनता है यह खास भोग, डिटेल्स में पढ़ें पूजन विधि
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डीएनए हिंदी: Krishna Chhati 2022 Date- पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से श्री कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami 2022) का त्योहार मनाया गया, मथुरा से लेकर द्वारका तक हर कोई खुशी से झूम उठा. मंदिर और घरों में लड्डू गोपाल (Laddu Gopal) को सजाया गया और अलग अलग प्रकार के भोग भी लगाए गए वहीं अब कृष्ण भक्त कृष्ण की छठी (Krishna Chhati 2022)  की तैयारियों में जुटे हैं. (Krishna Chhati 2022 Date) जन्माष्टमी की तरह ही कृष्ण छठी का भी विशेष महत्व होता है.जिस तरह घर में किसी बच्चे के जन्म के बाद उसकी छठी पूजी जाती है ठीक उसी तरह से जन्माष्टमी के छठे दिन कृष्ण छठी मनाई जाती है. (Krishna chhati 2022 Pujan Vidhi). आइए जानते हैं छठी कब है, कैसे पूजा होती है और क्या भोग (Krishna Chhati Bhog) बनता है. 

कब मनाई जाएगी कृष्ण छठी (Date of Krishna Chhati 2022) 

इस साल जन्माष्टमी का त्योहार 19 अगस्त को मनाया गया और जन्माष्टमी के 6 दिन बाद कृष्ण छठी मनाई जाती है. इस हिसाब से आज यानी 24 अगस्त को छठी मनाई जा रही है. आज के दिन लड्डू गोपाल की विधि-विधान से पूजा होती है और खूब भोग लगता है. 

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क्यों मनाते हैं कृष्ण छठी (Why Chhati Puja) 

हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार जैसे घर में किसी बच्चे का जन्म होता है उसके 6 दिन बाद षष्ठी देवी की पूजा की जाती है और इसे छठी कहते हैं. मान्यता है कि छठी के दिन षष्ठी देवी बच्चे को स्वस्थ्य रहने का आशीर्वाद देती हैं. पुराणों के अनुसार, षष्ठी देवी को बच्चों की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है और उनकी कृपा से राजा प्रियव्रत के मृत पुत्र को पुनर्जीवित किया गया था. इसलिए बच्चे के जन्म के बाद छठी की पूजा करने की परंपरा है.

लड्डू गोपाल की पूजा कैसे करें (How to do Laddu Gopal Puja)

जो लोग कृष्ण छठी की तैयारी कर रहे हैं उन्हें पूजा से पहले सभी तैयारी संपूर्ण कर लेनी चाहिए. कृष्ण छठी के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद मंदिर की सफाई करें और फिर लड्डू गोपाल जी को पंचामृत से स्नान कराएं.इसके बाद दक्षिणावर्ती शंख में गंगाजल भरकर लड्डू गोपाल का अभिषेक करें.फिर लड्डू गोपाल को पीतांबरी यानि पीले रंग के वस्त्र पहनाएं और चंदन का टीका लगाएं.इसके बाद उन्हें माखन मिश्री का भोग लगाएं और प्रार्थना करें कि हमेशा आपके घर पर भगवान कृष्ण की कृपा बनी रहे.

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आज के दिन क्या भोग बनता है  (Curry Rice in Bhog in Hindi)

आज के दिन कढ़ी चावल बनने का नियम है. कहते हैं आज के दिन भोग का विशेष महत्व है.वैसे तो भगवान कृष्ण को माखन सबसे प्रिय हैं और उन्हें माखन भी चढ़ाया जाता है लेकिन छठी के दिन कढ़ी और चावल का महत्व है. इस दिन लड्डू गोपाल को कढ़ी और चावल का भोग लगाना चाहिए.अगर आप कृष्ण छठी मनाने जा रहे हैं तो लड्डू गोपाल को कढ़ी-चावल का भोग लगाना न भूलें.छठे दिन बच्चे को उसका नाम दिया जाता है.ऐसे में जो लोग लड्डू गोपाल का छठी मना रहे हैं वे अपनी पसंद का कोई भी शुभ नाम रख सकते हैं.

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