Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

भारत को सौंपा गया नीरव मोदी तो कर सकता है खुदकुशी, मुंबई की आर्थर जेल से लग रहा डर?

लंदन की कोर्ट में 2 मनोविज्ञानों (Psychology ने तर्क दिए हैं कि अगर नीरव मोदी को भारत को सौंपा गया तो वह आत्महत्या कर सकता है.

भारत को सौंपा गया नीरव मोदी तो कर सकता है खुदकुशी, मुंबई की आर्थर जेल से लग रहा डर?

भगोड़ा नीरव मोदी

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: लंदन की हाईकोर्ट में मंगलवार को 2 अरब डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के आरोपी भगोड़ा नीरव मोदी (Nirav Modi) को भारत प्रत्यर्पित किए जाने पर आत्महत्या करने की आशंकाओं के लेकर सुनवाई हुई. सुसाइड करने के जोखिम के स्तर का पता लगाने के लिए लंदन हाईकोर्ट ने 2 मनोविज्ञानों (Psychology) के तर्क सुने. दरअसल, कोर्ट यह जानना चाहता है कि अगर नीरव मोदी को भारत को सौंपा जाए तो क्या वह आत्महत्या कर सकता है?

लॉर्ड जस्टिस जेरेमी स्टुअर्ट-स्मिथ और जस्टिस रॉबर्ट जे ने प्रत्यर्पण के खिलाफ 51 साल के नीरव मोदी की अपीलों पर अंतिम चरण की सुनवाई में एक्सपर्ट की दलीलें सुनीं. कार्डिफ यूनिवर्सिटी में फोरेंसिक मनोविज्ञान के प्रोफेसर एंड्रयू फॉरेस्टर और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में फोरेंसिक मनोविज्ञान की प्रोफेसर सीना फजेल ने दलीलें पेश कीं. दोनों मनोविज्ञानियों ने नीरव के डिप्रेशन के स्तर को आंका जिसमें आत्महत्या का अधिक जोखिम है.

ये भी पढ़ें- इमरान खान पर फिर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, अब प्रतिबंधित फंडिंग मामले में FIR

नीरव मोदी कर सकता है सुसाइड
उन्होंने साउथ पश्चिम लंदन की वैंड्सवर्थ जेल में बंद नीरव मोदी के मन में चल रही बातों को लेकर अपने आकलन का खुलासा किया और कहा कि वह प्रत्यर्पित किए जाने की स्थिति में केवल खुद को जानलेवा नुकसान पहुंचाने या फांसी पर लटकने की सोचता है. फॉरेस्टर ने अदालत में कहा कि उनके आकलन के मुताबिक, नीरव मोदी के खुदकुशी करने का अत्यधिक जोखिम है.

ये भी पढ़ें- Fifa U-17: कप्तान के नाम पर बन रही सड़क, खिलाड़ी के माता-पिता उसी पर कर रहे मजदूरी

मुंबई की ऑर्थर जेल से डरा मोदी
हालांकि, प्रोफेसर सीना फजेल का विश्लेषण था कि वह मामूली तनावग्रस्त लगता है. उन्होंने कहा कि वह अच्छी तरह काम करता है, सवालों का सोच-समझकर जवाब देता है और इनसोम्निया, खाने-पीने की इच्छा नहीं होना या भ्रम होने जैसे गंभीर डिप्रेशन वाले लक्षण उसमें नहीं हैं. दोनों एक्सपर्ट नीरव के मानसिक स्वास्थ्य में कुछ स्थायी भावों को लेकर भी असहमत दिखे. फजेल का कहना था कि डिप्रेशन साध्य बीमारी है जिसका आशय हुआ कि अगर मुंबई की आर्थर रोड जेल के हालात उसे उतने डरावने नहीं लगे जैसा वह सोच रहा है तो उसकी हालत में सुधार हो सकता है. गौरतलब है कि भारत प्रत्यर्पित किए जाने पर नीरव मोदी को आर्थर रोड जेल में रखा जा सकता है.

(PTI इनपुट के साथ)

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement