Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

जानें दुनिया भर के देशों में क्या है EVM का हाल, सिर्फ इन 11 देशों में होता है इस्तेमाल

दुनिया भर में 31 देश ऐसे हैं जहां ईवीएम का इस्तेमाल किया जा चुका है, लेकिन सिर्फ 11 देश ऐसे हैं जहां चुनावों में इसके इस्तेमाल को मंजूरी मिली हुई है.

जानें दुनिया भर के देशों में क्या है EVM का हाल, सिर्फ इन 11 देशों में होता है इस्तेमाल

Electronic voting machine.

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

डीएनए हिंदी: चुनावी नतीजे आने से पहले अक्सर ईवीएम में गड़बड़ी के मामले चर्चा में आने लगते हैं. कभी किसी पार्टी को ईवीएम पर आपत्ति होती है कभी कोई उम्मीदवार ईवीएम में धांधली का आरोप लगा देता है. ऐसे में अक्सर वोटिंग में ईवीएम के इस्तेमाल पर सवाल उठते रहे हैं. ऐसा सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के अन्य देशों में भी होता है.

इन देशों में होता है ईवीएम का इस्तेमाल
अब तक 31 देशों में ईवीएम का इस्तेमाल किया जा चुका है. इनमें से सिर्फ चार ऐसे देश हैं, जहां राष्ट्रीय स्तर पर इसका इस्तेमाल होता है. 11 देश ऐसे हैं, जिनके कुछ हिस्सों में इसका इस्तेमाल होता है. 

1. बेल्जियम
2. एस्टोनिया
3. वेनेजुएला
4. यूनाइटेड अरब अमीरात
5. जॉर्डन
6. मालदीव्स
7. नामिबिया
8. मिस्र
9. भूटान
10. नेपाल

ये भी पढ़ें- Election Results 2022: समझें अपने एक वोट की ताकत, जानिए कब-कब सिर्फ एक वोट से हार गए मजबूत उम्मीदवार

इन देशों ने बंद कर दिया ईवीएम का इस्तेमाल
कुछ देश जिन्होंने ईवीएम का इस्तेमाल करने के बाद इसे इस्तेमाल ना करने का फैसला किया उनमें से एक है कजाकिस्तान. यहां साल 2011 में ईवीएम का इस्तेमाल बंद कर दिया गया. वहीं फिनलैंड में सन् 2008 में इसका इस्तेमाल शुरू किया गया, लेकिन सन् 2016-17 में इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई. जर्मनी में सन् 2005 में ईवीएम का इस्तेमाल किया गया, लेकिन सन् 2009 में इसका इस्तेमाल बंद कर दिया गया. नॉर्वे और रोमानिया में सन् 2003 में ईवीएम इस्तेमाल हुईं और फिर बंद कर दी गई. 

ये भी पढ़ें- Election: ऐसा देश जहां बैलेट पेपर और EVM नहीं, कंचे डालकर की जाती है वोटिंग

भारत में ईवीएम का विरोध
भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. यहां जब ईवीएम का इस्तेमाल किया गया, तब भी कई जगह इसका विरोध हुआ. पहली बार ये विरोध सामने आया सन् 2009 में. बीजेपी सरकार ने अपनी हार की वजह ईवीएम में गड़बड़ी को बताया. इसी के आधार पर सन् 2014 के आम चुनावों में बैलेट पेपर इस्तेमाल करने की बात कही गई. यही नहीं साल 2017 में ईवीएम हैक होने की आशंकाएं भी जाहिर की गईं. अब एक बार फिर पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजों आने से पहले ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया जा रहा है.

ये भी पढ़ें-  Election Results 2022: 10 Points में जानें कैसे होती है वोटों की गिनती और जीत-हार का फैसला


हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें


 

Advertisement

Live tv

Advertisement
Advertisement