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Yogi क्यों बोले विधान परिषद में 36 सीटें जीतना बहुत जरूरी?

यूपी विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की 36 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है. इनमें से नौ सीटों पर भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध जीत चुके हैं.

Yogi क्यों बोले विधान परिषद में 36 सीटें जीतना बहुत जरूरी?

Yogi Adityanath (Photo Credit- BJP/Twitter)

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डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य विधान परिषद में कुछ समय पहले तक सबसे बड़ा दल रही समाजवादी पार्टी (सपा) पर विकास के हर प्रस्ताव में बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा कि विकास योजनाओं को विधानमंडल के दोनों सदनों में बिना किसी व्यवधान के पारित कराने के लिये विधान परिषद की सभी 36 सीटों पर हो रहे चुनाव में भाजपा की जीत बेहद जरूरी है.

योगी ने प्रदेश की विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधानों तथा वार्ड सदस्यों के साथ डिजिटल संवाद में कहा, ''जब वर्ष 2017 में भाजपा की सरकार बनी थी तब विधान परिषद में सपा का बोलबाला था और वह प्रदेश के विकास के हर कार्य में रोड़ा अटकाती थी. जैसे-तैसे हम लोग उस समय विधान परिषद में प्रदेश के विकास और लोक कल्याण के लिये समाज के विभिन्न तबकों के लिए लागू होने वाली योजनाओं को पारित करा पाते थे. मगर आज भाजपा विधान परिषद में भी बहुमत की ओर अग्रसर है.''

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उन्होंने कहा, ''प्रदेश में 36 सीटों पर विधान परिषद के चुनाव वर्तमान में हो रहे हैं. उनमें से नौ सीटों पर भाजपा निर्विरोध जीत चुकी है. अगर ये सभी 36 सीटें भाजपा जीतती है तो मानकर चलिए कि भाजपा के पास विधान परिषद में दो-तिहाई से अधिक सदस्य होंगे. विधानसभा के बाद विधान परिषद में भी दो-तिहाई से अधिक बहुमत के कारण भाजपा को प्रदेश में विकास कार्यों को आगे बढ़ाने, विकास और गरीब कल्याण के लिये तथा पंचायत स्तर पर स्थानीय निकाय स्तर पर विकास योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने में किसी भी प्रकार का व्यवधान नहीं रहेगा. इसलिए हमारे लिये इन सभी 36 सीटों पर चुनाव जीतना बेहद महत्वपूर्ण है.''

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मुख्यमंत्री ने कहा, ''हम एक चौथाई सीटें पहले ही जीत चुके हैं. बाकी सीटों पर हमें विजय का वरण करना है, इसीलिए मैं आप सबका आह्वान करने आया हूं. आप सब जानते हैं कि प्रदेश में 58 हजार ग्राम पंचायतें हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में पद सम्भालने के बाद पंचायतों को विकास की धुरी बनाया और उसके बाद केन्द्रीय वित्त और राज्य सरकार की तरफ से हम लोगों ने ग्राम पंचायतों के विकास के लिये जिस तेजी से काम शुरू किया. हर वर्ष 2100 करोड़ रुपये राज्य और केन्द्र सरकार की तरफ से पंचायतों को उपलब्ध कराए गए.''

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उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने गांवों को 'स्मार्ट विलेज' बनाने की एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा शुरू की है. उन्होंने कहा कि स्मार्ट गांव सभी प्रकार की सुविधाओं से आच्छादित होंगे. उन्होंने कहा कि सरकार ने हर ग्राम पंचायत में एक पंचायत सहायक की तैनाती की है. उन्होंने कहा, "हम वहां वाईफाई और आप्टिकल फाइबर की सुविधाएं देने जा रहे हैं. ग्राम प्रधान के नेतृत्व में हर समस्या का समाधान हो, ऐसी व्यवस्था हर ग्राम पंचायत में बनायी जा रही है."

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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की 36 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है. इनमें से नौ सीटों पर भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध जीत चुके हैं. बाकी 27 सीटों के लिए मतदान आगामी नौ अप्रैल को होगा.

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विधानमंडल के इस 100 सदस्यीय उच्च सदन में कभी सपा 60 से ज्यादा सीटों के साथ बेहद मजबूत हुआ करती थी लिहाजा सरकार को अक्सर महत्वपूर्ण विधेयक पारित कराने के लिए मशक्कत करनी पड़ती थी लेकिन वर्तमान में सदन में सपा के 17 सदस्य रह गए हैं. सदन में इस वक्त भाजपा के 35 सदस्य हैं. अगर वह वर्तमान चुनाव की सभी 36 सीटें जीत लेती है तो उसकी सदस्य संख्या 71 हो जाएगी.

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