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Inflation: मंहगाई पर कैसे लगेगी लगाम, वित्तमंत्री ने आसान शब्दों में बताया प्लान

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में कहा कि हमने महंगाई पर काबू पा लिया है. आने वाले समय में सरकार इसपर और नियंत्रण पाने के लिए काम कर रही है.

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Inflation: मंहगाई पर कैसे लगेगी लगाम, वित्तमंत्री ने आसान शब्दों में बताया प्लान

Finance Minister Nirmala Sitharaman

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डीएनए हिंदी: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने बुधवार को संसद में बताया कि भारतीय रुपया (Indian Rupee) अन्य मुद्राओं के मुकाबले मजबूत हो रहा है. साथ ही सरकार आम आदमी के लिए मुद्रास्फीति (Inflation) को और कम करने के लिए काम करेगी.

सीतारमण ने कहा, "मुद्रास्फीति प्रबंधन या नियंत्रण... प्रधानमंत्री मोदी और उनके मंत्रियों और अधिकारियों का समूह समय-समय पर हस्तक्षेप कर रहे हैं और इसके लिए उपाय कर रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप हमें परिणाम मिल रहे हैं." 

उन्होंने कहा कि सरकार जरूरी वस्तुओं की कीमतों की स्थिति पर लगातार नजर रख रही है. सीतारमण का यह बयान आधिकारिक आंकड़ों के बाद आया है, जिसमें दिखाया गया है कि नवंबर में खुदरा मुद्रास्फीति खाद्य पदार्थों की कीमतों में नरमी के कारण 11 महीने के निचले स्तर 5.88 प्रतिशत पर आ गई है.
सीतारमण ने कहा, "हम चालू वित्त वर्ष के लिए GDP के 6.4 फीसदी के राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को पूरा करने में सक्षम होंगे." उन्होंने आगे कहा कि बजट में घोषित FY23 के लिए 7.5 लाख करोड़ रुपये के कैपिटल एक्सपेंडीचर टारगेट का 54 प्रतिशत वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में उपयोग किया गया था.

इस बीच, खाद्य, ईंधन और मैन्युफैक्चर्ड वस्तुओं की कीमतों में नरमी के कारण थोक मूल्य (Wholesale Price) आधारित मुद्रास्फीति नवंबर में 21 महीने के निचले स्तर 5.85 प्रतिशत पर आ गई है. WPI (थोक मूल्य सूचकांक) आधारित मुद्रास्फीति मई से गिरावट की प्रवृत्ति पर रही है और अक्टूबर में 8.39 प्रतिशत पर सिंगल डिजिट में आ गई है.

एक्सपर्ट्स ने बताया कि पिछले साल के हाई बेस और खाद्य कीमतों में कुछ सहजता ने भी नवंबर 2022 के थोक मूल्य सूचकांक के पक्ष में काम किया है, जो फरवरी 2021 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर आ गया. बता दें फरवरी में थोक मूल्य सूचकांक 4.83 प्रतिशत था.

हालांकि नवंबर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 5.88 प्रतिशत हो गई. इसके बावजूद भी एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि आरबीआई अपनी फरवरी की मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की और बढ़ोतरी करेगा.

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