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G-20 Summit: जी-20 में हिस्सा नहीं लेंगे व्लादिमीर पुतिन, बीमारी या फिर हमले का डर? समझें इनसाइड स्टोरी

G-20 Summit Putin: भारत में अगले महीने जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन होने वाला है. व्लादिमीर पुतिन ने दक्षिण अफ्रीका में हुए ब्रिक्स समिट में भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया था और वह जी-20 समिट में हिस्सा लेने के लिए भारत नहीं आएंगे. 

G-20 Summit: जी-20 में हिस्सा नहीं लेंगे व्लादिमीर पुतिन, बीमारी या फिर हमले का डर? समझें इनसाइड स्टोरी

Putin G-20 Summit

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डीएनए हिंदी: रूस और यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर लगातार खबरें आ रही हैं. अब खबर है कि जी-20 समिट (G-20 Summit) में हिस्सा लेने के लिए पुतिन भारत नहीं आएंगे. वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही इस समिट में हिस्सा लेने वाले हैं. रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत में सितंबर में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन के लिए यात्रा की योजना नहीं बना रहे हैं. पुतिन के इस फैसले को लेकर जहां कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया जा रहा है तो कुछ में कहा जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी है और इसलिए दूसरे देशों की यात्रा नहीं कर रहे हैं. 

क्या गिरफ्तार हो सकते हैं रूसी राष्ट्रपति? 
इंटरनेशनल क्रिमनल कोर्ट (आईसीसी) ने व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया है. रूसी राष्ट्रपति पर यूक्रेन में युद्ध अपराधों का आरोप लगाते हुए यह वारंट जारी किया हुआ है. क्रेमलिन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि ऐसे दावों में कोई सच्चाई नहीं है. रूसी राष्ट्रपति को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है. रूस के राष्ट्रपति को लेकर अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में कई तरह की और भी चर्चाएं चलती रहती हैं. ब्रिक्स सम्मेलन के लिए भी वह साउथ अफ्रीका नहीं गए थे. 

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पुतिन को अपनी सुरक्षा का खतरा 
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति को अपने ही देश के कई लड़ाका समूहों से खतरा है. रुसी राष्ट्रपति अपनी सुरक्षा को लेकर बहुत डरे हुए हैं और इसलिए यात्रा से बच रहे हैं. इसी सप्ताह रूस की प्राइवेट आर्मी वैगनर के चीफ येवगेनी प्रिगोजिन की मौत हुई है. ऐसा दावा भी किया जा रहा है कि पुतिन से गद्दारी की सजा प्रिगोजिन को मिली है लेकिन उसकी मौत की वजह से उसके समर्थक समूह में भारी आक्रोश भी है. इस वजह से पुतिन को अपनी सुरक्षा की चिंता है और वह विदेश यात्रा से बचने की कोशिश कर रहे हैं. 

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पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर कई अटकलें 
पिछले कई साल से कहा जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन किसी गंभीर बीमारी के शिकार हैं. उनके बारे में कहा जाता है कि वह पानी तक खास लैब में तैयार किया हुआ ही पीते हैं और विदेश यात्रा के दौरान उनके मल-मूत्र को भी उनकी प्राइवेट आर्मी संरक्षित करती है ताकि कहीं से भी उनकी बीमारी की भनक दुश्मनों को न लगे. कुछ रिपोर्ट्स में उनको कैंसर होने की बात कही जा रही है तो कुछ में कहा जाता है कि वह एक दुर्लभ न्यूरोलॉजी मर्ज के मरीज हैं. पुतिन की बीमारी की वजह से वह अब यात्राओं से बचते हैं. 

रूसी कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि एक खास रणनीतिक तैयारी की वजह से राष्ट्रपति समिट में हिस्सा नहीं लेंगे. इससे पहले उन्होंने ब्रिक्स सम्मेलन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए थे. उन्होंने अपने संबोधन में कहा था कि पश्चिमी देशों के स्वार्थ की वजह से यूक्रेन में गंभीर खतरा पैदा हो गया है. उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन में वह अपनी भाषा, संस्कृति और पहचान के लिए संघर्ष करने वाले लोगों के साथ हैं. 

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