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IMEI नंबर क्या होता है? महज एक नंबर से पुलिस चोरों का कैसे लगा लेती है पता

What is IMEI Number: किसी भी फोन के खोने पर आईएमईआई नंबर से उसे ट्रेस किया जा सकता है. अगर आप फोन में सिम बदल भी लेते हैं तो भी उसका आईएमईआई नंबर वही रहेगा.

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IMEI नंबर क्या होता है? महज एक नंबर से पुलिस चोरों का कैसे लगा लेती है पता
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डीएनए हिंदीः जब आप कोई गाड़ी खरीदते हैं तो इंजन नंबर और चेसिस नंबर उसकी खास पहचान होता है. इसे बदला नहीं जा सकता है. उसी तरह मोबाइल फोन में भी एक ऐसा नंबर होता है जो उसे बाकी सभी फोन से अलग बनाता है. इसी से किसी भी फोन की पहचान की जाती है. जब भी किसी का फोन चोरी होता है तो पुलिस उसका आईएमईआई (IMEI Number) नंबर मांगती है. इससे फोन की पहचान आसान हो जाती है. 

क्या होता है आईएमईआई नंबर?
आईएमईआई (International Mobile Station Equipment Identity) एक यूनिक नंबर है, जो हर उस हैंडसेट को दिया जाता है जिसे आधाकारिक तरीके से बेचा जाए. इंटरनेशनल मोबाइल इक्विपमेंट आइडेंटिटी यानी IMEI एक यूनिक नंबर है, जिसका इस्तेमाल मोबाइल नेटवर्क पर डिवाइस की पहचान करने के लिए किया जाता है. इसमें 15 अंक होते हैं और यह आपके मोबाइल फोन की विशिष्ट पहचान की तरह होता है. अगर आपका फोन चोरी हो जाता है तो पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराते वक्त आपको IMEI नंबर की भी जानकारी देनी होती है. फिर स्थानीय कानून के आधार पर, आपके फोन को नेटवर्क इस्तेमाल करने या उससे कॉल करने पर रोक लगाया जा सकता है. ऐसा संभव IMEI को ब्लैकलिस्ट करने पर संभव होता है. यदि आपके पास डुअल सिम फोन है, तो आपके पास दो IMI नंबर होंगे यानी अलग-अलग दोनों सिम के लिए IMI होंगे.  

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ऐसे चेक कर सकते हैं अपना IMEI नंबर 
किसी भी फोन का आईएमईआई नंबर उसके फोन के अंदर बैटरी के पास लिखा होता है. इसके अलावा जब आप फोन खरीदते हैं तो उसके साथ उसका आईएमईआई नंबर भी मिलता है. हालांकि इसे एक और तरीके से पता कर सकते हैं. इसे खोजने का सबसे आसान तरीका अपने मोबाइल पर *#06# डायल करना है और आपकी स्क्रीन पर तुरंत आपके वर्तमान डिवाइस का IMEI नंबर डिस्प्ले होगा. 

पुलिस की कैसे होती है सहायता?
किसी भी फोन के खोने पर आईएमईआई नंबर से उसे ट्रेस किया जा सकता है. अगर आप फोन में सिम बदल भी लेते हैं तो भी उसका आईएमईआई नंबर वही रहेगा. ऐसे में पुलिस सेल्युलर सेवा प्रदाता कंपनी की मदद से फोन का पता लगा सकती है. अगर आप फोन का आईएमईआई नंबर बदले की कोशिश करेंगे तो वह काम करना बंद कर देगा. इस नंबर के बिना ना तो कोई फोन किया जा सकता है और ना ही रिसीव किया जा सकता है. पुलिस के मुताबिक वह चोरी के मामलों में फोन का आईएमईआई नंबर ब्लॉक कर देती है. कई बार फोन को ट्रेक कर पुलिस अपराधी तक पहुंच जाती.  

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क्या है चुनौती?
पुलिस के लिए एक चुनौती यह भी है कि चोरों ने फोन को फॉर्मेट करना शुरू कर दिया है. चोर इसके ऑपरेटिंग सिस्टम को ही बदल लेते हैं. कुछ सॉफ्टवेयर ऐसे भी हैं तो फोन के आईएमईआई नंबर को ही बदल देते हैं. इससे पुलिस को परेशानी का सामना करना पड़ता है.  

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