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बैडमिंटन में बैड कुछ भी नहीं फिर नाम क्यों है बैडमिंटन?

कभी सोचा है कि बैडमिंटन का नाम बैडमिंटन क्यों है. अगर जानना चाहते हैं तो पढ़ें पूरी कहानी.

बैडमिंटन में बैड कुछ भी नहीं फिर नाम क्यों है बैडमिंटन?
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डीएनए हिंदी: बैडमिंटन का नाम सुनकर एक सवाल सबसे पहले आता है कि बैडमिंटन में बैड कुछ नहीं फिर इसका नाम बैडमिंटन क्यों है? दुनिया के सबसे पुराने खेलों में से एक बैडमिंटन के नाम में बैड क्यों. इसके नामकरण की कहानी बेहद दिलचस्प है. 

बैडमिंटन एशिया और यूरोप के कुछ देशों में खेला जाता था. बैडमिंटन करीब 2000 साल पुराना खेल है. पहले इसे बैटलडोर और शटलकॉक के नाम से जाना जाता था. क्षेत्रीय स्तर पर इसके अलग-अलग नाम थे. 18वीं सदी के आसपास इस खेल में नेट (जाल) शामिल हुआ जिसके बाद इस स्पोर्ट्स की तकदीर बदल गई. बैडमिंटन के खेल में सिंगल्स, डबल्स और मिक्स्ड गेम्स भी शुमार हुए. 1860 के आसपास भारत में इस खेल को पूना नाम भी दिया गया था. पूना में बड़े अंग्रेज अधिकारी इसे खेलते थे.

ऐसा लोग मानते हैं कि यह खेल ब्रिटेन से दुनिया में फैला. सच्चाई इसके उलट है.

इंग्लैंड के ग्लूस्टरशर में ड्यूक ऑफ ब्यूफोर्ट का घर था. ग्लूस्टरशर के बैडमिंटन हाउस में पहली बार बैडमिंटन खेला गया था. यहीं से 'बैटलडोर और शटलकॉक' का नाम बदल गया. बैडमिंटन हाउस में खेले जाने की वजह से गेम का नाम ही बैडमिंटन कर दिया गया. बैडमिंटन ग्लूस्टरशर शहर का एक गांव है. 

कितना पुराना है बैडमिंटन?

बैडमिंटन खेल कहां से शुरू हुआ इसे स्पष्ट तौर कहा नहीं जा सकता. पुराने ग्रीस (युनान), चीन और भारत में भी अरसे से यह खेल खेला जा रहा है. आज ग्लूस्टरशर में अब इंटरनेशनल बैडमिंटन फेडरेशन का बेस भी है. इसकी स्थापना 1934 में हुई थी. अब यह संस्था 100 साल से ज्यादा पुरानी हो चुकी है.

अगर हम ऐतिहासिक तथ्यों पर जाएं तो इस खेल को पहचान भारत से मिली है. ब्रिटिश सेना के अधिकारी भारत से ही इस खेल को इंग्लैंड लेकर गए थे. वे यहां इस खेल को खेलते थे. शुरुआत में इस खेल को अंग्रेजों के हाई प्रोफाइल सोसाइटी में खेला जाता था. आज यह खेल पूरी दुनिया के हर कोने में खेला जाता है.

शुरुआत में कितने देश बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन में थे शामिल?

वर्ल्ड बैडमिंटन फेडरेशन, बैडमिंटन की गवर्निंग बॉडी थी. 1934 में 9 देशों के साथ इसकी शुरुआत हुई थी. कनाडा, डेनमार्क, फ्रांस, इंग्लैंड, आयरलैंड, न्यूजीलैंड, स्कॉटलैंड, नीदरलैंड और वेल्स. 1938 में अमेरिका भी इंटरनेशनल बैडमिंटन फेडरेशन का हिस्सा बन गया. आज बैडमिंटन फेडरेशन में करीब 193 देश हैं. यह गेम इतना लोकप्रिय है कि इसके स्टार खिलाड़ी दुनिया के सबसे धनी खिलाड़ियों में से एक होते हैं. 

ओलंपिक में देरी से शामिल हुआ बैडमिंटन?

बैडमिंटन बेहद पुराना गेम है फिर भी इसे साल 1972 में ओलंपिक में शामिल किया गया. साल 1992 में हुए ओलंपिक खेलों में पहली बार इसे शामिल किया गया और तब महिला और पुरुष प्रतिभागियों ने डबल, सिंगल्स और मिक्स्ड गेम में पार्टिसिपेट किया था. 

कितने तरह के होते हैं बैडमिंटन टूर्नामेंट्स?

इंटरनेशनल बैडमिंटन टूर्नामेंट् में ग्रेड-1 लेवल, ओलंपिक, वर्ल्ड चैंपियनशिप, वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप, पैराबैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप, पैरालंपिक्स और वर्ल्ड सीनियर चैंपियनशिप जैसे टूर्नामेंट आयोजित कराए जाते हैं.

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