Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

दुनिया के वे देश जहां crisis है

इस वक़्त दुनिया भर के कई देश राजनैतिक और नागरिक संकटों से गुज़र रहे हैं. एक नज़र उन देशों पर.

दुनिया के वे देश जहां crisis है
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

डीएनए हिंदी : इस वक़्त दुनिया के कई देशों में अफरा-तफरी का माहौल है. पूर्वी अफ्रीका से आ रही ताज़ा खबरों के मुताबिक़ नन्हे से देश गिनिया बिसाऊ (Guinea-Bissau) में तख़्ता-पलट की कोशिश हुई है. म्यांमार में सैनिक शासन के लगे हुए साल बीत गए हैं. देश में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. कज़ाकिस्तान में  संकट का दौर अभी ख़त्म हुआ है. यूक्रेन पर रूसी हमले को लेकर पूरी दुनिया की नज़र इन दोनों देशों पर है. हैती में हिंसा इस स्तर पर पहुंच चुकी है कि तमाम अखबारी सम्पादकीय हैती के तबाह होने की भविष्यवाणी कर चुके हैं. जानते हैं उन कुछ देशों के बारे में जहां इस वक़्त संकट का समय है.

म्यांमार – म्यांमार(Myanmar) की चुनी हुई सरकार का निष्कासन साल भर सैनिक शासन के द्वारा कर दिया गया था. इस सरकार की प्रमुख नेता आंग सां सू की नज़रबंद हैं. देश में लगातार जनता के द्वारा प्रदर्शन किए जा रहे हैं. सेना इन प्रदर्शनों पर बेहद कड़ाई से पेश आ रही है. बिना वार्निंग के गोली मारने के आदेश दिए जाते हैं. महिलाएं और युवा इन प्रदर्शनों के अगुआ हैं.

हैती - 7 फरवरी को हैती(Haiti) में जजमेंट डे मनाया जाता है. गहन राजनैतिक हिंसा से जूझ रहा यह देश इस वक़्त भीषण गैंगवार का शिकार है. पिछले साल हैती के राष्ट्रपति जोवोनेल मॉइस  की हत्या के बाद देश में राजनैतिक संकट गहरा गया था. विशेषज्ञों और मानवाधिकारियों का कहना है कि हैती समस्याओं के चरम पर पहुंच गया है.

कज़ाकिस्तान – कज़ाकिस्तान(Kazakhstan) जनवरी में सिविल वार सरीखे संकट से गुज़र रहा था. दर्जनों लोग मारे गए थे. आज़ाद होने के बाद यह देश में पिछले तीस सालों में सबसे बड़ा प्रतिरोध था. देश के सबसे बड़े शहर अलमाटी में पेट्रोलियम पदार्थों की क़ीमतों में भारी बढ़त के बाद प्रतिरोध शुरू हुआ. कज़ाकिस्तान की सरकार को नागरिक प्रतिरोध का दमन करने के लिए रुसी सेना बुलाने की आवश्यकता पड़ गई. इसमें कई हज़ार लोग गिरफ़्तार हुए.

यूक्रेन - रूस और यूक्रेन(Ukraine) एक-दूसरे से सीमा साझा करते हैं. रूस ने 2014 में यूक्रेन से क्रीमिया छीन लिया था. यह यूक्रेन को 1954 में निकिता खुर्श्चेव (Nikita Khrushchev) ने तोहफे में दिया था. रूस के द्वारा क्रीमिया के छीने जाने के बाद ही दोनों देशों के सम्बन्ध ख़राब हो गए. माना जा रहा है कि रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन रूस की घटती सम्पन्नता से पार पाने के लिए यूक्रेन को रूस में मिलाना चाहते हैं. यूक्रेन(Ukraine)  पहले भी विशाल रूसी साम्राज्य का हिस्सा था. यूक्रेन पर रूस पर हमले की आशंका ने इस देश ही नहीं पूरे विश्व को सकते में डाल रखा है.

अफ़ग़ानिस्तान - अगस्त में अफ़ग़ानिस्तान(Afghanistan) में सत्ता पलटी गई और यह तालिबानियों के हाथ में चली गई थी. उसके बाद से अफ़ग़ानिस्तान(Afghanistan)  लगातार संकटग्रस्त है. बन्दूक की नोक पर शासन करने के लिए कुख्यात तालिबानी सत्ता नागरिकों पर नए-नए प्रतिबन्ध लगा रही है. भयंकर आर्थिक अव्यवस्था के बीच भूख और अराजकता का माहौल है. कई लोग सत्ता परिवर्तन के वक्त देश छोड़ गए थे तो कई इस वक़्त देश से बाहर निकलना चाह रहे हैं.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement