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Operation Gibraltar: क्या था पाकिस्तान 'ऑपरेशन जिब्राल्टर'? भारत ने कैसे दिया मुंहतोड़ जवाब

Operation Gibraltar: 1965 में पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया था. पाकिस्तान के ऑपरेशन जिब्राल्टर को पूरी तरह खत्म कर दिया था. 

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Operation Gibraltar: क्या था पाकिस्तान 'ऑपरेशन जिब्राल्टर'? भारत ने कैसे दिया मुंहतोड़ जवाब
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डीएनए हिंदीः पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) भारत के खिलाफ कई बार साजिश रच चुका है लेकिन हर बार उसे मुंह की ही खानी पड़ी है. अब तक कई ऑपरेशन भारत के खिलाफ किए जा चुके हैं लेकिन पाकिस्तान कभी उसमें सफल नहीं हो सकता है. आज हम एक ऐसे ही ऑपरेशन की बात करेंगे जिसे पाकिस्तान ने भारत को शिकस्त देने के लिए लॉन्च किया लेकिन खुद उसे ही हार का सामना पड़ा. यह था ऑपरेशन जिब्राल्टर (Operation Gibraltar). इसके बाद भी पाकिस्तान ने कई बार भारत पर हमला लेकिन कभी भी उसे सफलता नहीं मिली. 

क्या था 'ऑपरेशन जिब्राल्टर'?
1962 के भारत-चीन युद्ध के नतीजों को देखने के बाद पाकिस्‍तान ने एक बार फिर कश्‍मीर को सैन्‍य ताकत के बल पर छीनने के लिए बड़ी साजिश तैयार की. पाकिस्‍तान ने 1 अगस्‍त 1965 से ऑपरेशन जिब्राल्‍टर की शुरूआत की. इसमें 30 हजार पाकिस्‍तानी सैनिकों को टास्‍क फोर्स में बांटा गया. 1 से 5 अगस्‍त 1965 के बीच उनकी हाजी पीर दर्रे से कश्‍मीर में घुसपैठ कराई गई. गुलमर्ग के करीब पाकिस्‍तानी सेना के दो अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्‍तान की इस साजिश का समय रहते खुलासा हो गया. जिसके बाद, भारतीय सेना की इंडियन XV कोर ने पाकिस्‍तानी घुसपैठियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई शुरू की. भारतीय सेना ने महज 15 दिनों के भीतर पाकिस्‍तानी साजिश को पूरी तरह से ध्‍वस्‍त कर घुसपैठियों को उनके अंजाम तक पहुंचा दिया. भारतीय सेना का पाकिस्‍तानी घुसपैठियों के खिलाफ सैन्‍य अभियान यहां खत्‍म नहीं हुआ. 6 सितंबर 1965 को सुबह 4 बजे भारतीय सेना की XI कोर पाक के कई इलाकों पर कब्‍जा कर हमले को अंजाम तक लेकर गई. सेना ने पहली बार एलओसी को पार कर लाहौर और सियालकोट पर अटैक किया था. इसके साथ ही भारत ने आधिकारिक रूप से युद्ध की शुरुआत कर दी थी.

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पाकिस्तान पर कब्जा कर सकता था भारत 
भारत ने जब पाकिस्तान का ऑपरेशन जिब्राल्‍टर पूरी तरह कुचल दिया तो भारतीय सेना अपने बैरक में वापस नहीं लौटी. भारतीय सेना को समझ में आ गया था कि सिर्फ ऑपरेशन जिब्राल्‍टर को कुचलना समस्‍या का समाधान नहीं है, उन्‍हें वे सभी रास्‍ते बंद करने होंगे, जहां से पाकिस्‍तानी घुसपैठिए कश्‍मीर में घुसपैठ कर रहे थे. इसके बाद भारतीय सेना ने अपना अभियान शुरू किया. पाक अधिकृत कश्‍मीर (पीओके) स्थिति हाजी पीर दर्रे के रास्‍ते घुसपैठ करके आए हैं. लिहाजा, भारतीय सेना ने सबसे पहले हाजी पीर के दर्रे पर जवाबी कार्रवाई शुरू की. दुश्‍मन सेना की राजा और चांद टेकरी चौकियों पर भारतीय तिरंगा फहराने लगा. किशनगंगा नदी के किनारे बसे मीरपुर इलाके पर भी 104 ब्रिगेड का कब्‍जा हो गया था. इस तरह, 24 अगस्‍त 1965 को पाकिस्‍तानी सेना के खिलाफ शुरू हुआ भारतीय सेना का अभियान 21 सितंबर को खत्‍म हो गया और ऑपरेशन जिब्राल्‍टर के जरिए कश्‍मीर में खूनखराबे व भारतीय सेना को कमजोर करने की एक बड़ी नापाक साजिश को पूरी तरह नेस्तनाबूद कर दिया गया. 

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