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HIV Symptoms in Men: अगर पुरुषों में दिखे ये गंभीर लक्षण तो तुरंत करवाएं टेस्ट, AIDS का हो सकता है खतरा

HIV Aids in Men- पुरुषों में एचआईवी के लक्षण कुछ अलग होते हैं, यूरिन का रंग बदलना, अंडकोष में सूजन आ जाना. जानिए क्या टेस्ट करवाएं

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HIV Symptoms in Men: अगर पुरुषों में दिखे ये गंभीर लक्षण तो तुरंत करवाएं टेस्ट, AIDS का हो सकता है खतरा
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डीएनए हिंदी: HIV Symptoms in Men-  एचआईवी एक ऐसा वायरस है जो पुरुष या महिला दोनों को ही अटैक कर सकता है, अगर सही समय पर इसका इलाज नहीं किया गया तो यह एड्स नामक भयावह बीमारी का रूप ले लेती है. एचआईवी यानी ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस, जो एकदम से नहीं फैलता है, धीरे धीरे फैलता है.ये वायरस असुरक्षित रूप से यौन संबंध बनाने से ज्यादा होता है. भले ही आप एक के साथ यौन संबंध बना रहे हैं लेकिन वो सुरक्षित नहीं है तो आपको 100 फीसदी एड्स के चांसेज होंगे. बता दें कि एड्स का इलाज फिलहाल संभव नहीं हैं पर एचआईवी का पता चलते ही दवा और हेल्दी जीवनशैली अपनाकर इसे रोका जा सकता है. पुरुषों में एचआईवी संक्रमण के लक्षण थोड़े अलग होते हैं.

पुरुषों में दिखते हैं ये लक्षण (HIV Symptoms in Men)

अंडाशय की थैली में दर्द होना, मलाशय में दिक्कत, प्रोस्टेट ग्लैंड में सूजन आ जाना, पुरुषों नपुंसकता की समस्या, इरेक्टाइल इंफेक्शन की दिक्कत, पेनिस एरिया में दर्द का एहसास होना, इस तरह के लक्षण भी एड्स के शुरुआती लक्षण होते हैं, इन्हें तुरंत पहचानकर इसका इलाज शुरू कर दें 

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यूरिन का रंग बदलना 

अगर कोई पुरुष एचआईवी से संक्रमित है तो उसके यूरिन का रंग बदलने लगेगा, मतलब कोई इंफेक्शन का खतरा बढ़ रहा है. अगर यूरिन पास करते वक्त दर्द होता है या फिर बार बार यूरिन जाने की जरूरत हो रही है तो मतलब ये खतरे की घंटी है. कई बार यूरिन से खून भी निकलता है. इस स्थिति में पेट के नीचले हिस्से में काफी दर्द होता है. रेक्टर एरिया में भी दर्द होता है. कई बार ठंड लगकर बुखार आने की संभावना भी होती है. पसीना आना, ज्वाइंट पेन होना 

कब तक दिखते हैं शुरुआती लक्षण 

HIV वायरस का पहला लक्षण 2 से 6 हफ्तों के बीच में दिखाई देने लगता है. इसमें शरीर का इम्यून सिस्टम बिगड़ने लगता है, थकान, कई हिस्सों में सूजन और दर्द होता है. इस अवस्था को एक्यूट रेट्रोवायरल सिंड्रोम (Acute Retroviral Syndrome) या प्राइमरी एचआईवी इन्फेक्शन कहते हैं. 

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कैसे टेस्ट करें 

एचआईवी पुष्टि के लिए एक एंटीबॉडी टेस्ट किया जाता है. इस टेस्ट में खून या मुंह के तरल पदार्थ की जांच की जाती है

खून में एचआईवी की मौजूदगी का पता लगाने के लिए एंटीजन टेस्ट भी किया जाता है

एचआईवी की पुष्टि के लिए न्यूक्लिक एसिड टेस्ट किया जाता हैत, इस टेस्ट से खून में एचआईवी होने या न होने की पुष्टि मिल जाती है

इसके अलावा हर छह महीने में आप यौन संबंध बना रहे हैं या नहीं, टेस्ट जरूर करवाते रहें 

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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