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Low Blood Pressure Risk: लो ब्लड प्रेशर भी होता है खतरनाक, चार्ट देखकर समझिए कब होता है जानलेवा

बीपी में उपर वाला यानी सिस्टोलिक 90 और नीचे वाला यानी डायस्टोलिक 60 तक आ जाए तो समझ लें आपको लो ब्लड प्रेशर की बीमारी है.

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Low Blood Pressure Risk: लो ब्लड प्रेशर भी होता है खतरनाक, चार्ट देखकर समझिए कब होता है जानलेवा

Low Blood Pressure Risk: लो ब्लड प्रेशर भी होता है खतरनाक, चार्ट देखकर समझिए कब होता है जानलेवा

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डीएनए हिंदीः  हाई ब्लड शुगर के बारे में तो अधिकतर ही लोग जानते हैं और उसकी गंभीरता को समझते हैं लेकिन लो ब्लड प्रशेर के खतरों को नहीं समझते. जबकि लो बीपी भी हाई ब्लड प्रेशर की तरह ही जानलेवा होता है. लो बीपी में भी हार्ट पर प्रेशर पड़ता है और हार्ट की पंपिंग प्रभावित होती है. 

बता दें कि हार्ट एक पंपिंग मशीन है जो शुद्ध खून को शरीर के पूरे हिस्से में पहुंचाता है और फिर शरीर के प्रत्येक हिस्से से खून हार्ट में पहुंचता है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि एक सामान्य व्यक्ति में लो ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए. यानी नीचे वाला ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए.

ब्लड प्रेशर में उपर वाले को सिस्टोलिक और नीचे वाले को डायस्टोलिक प्रेशर कहते हैं. सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर इस बात को दर्शाता है कि दिल धड़कने के समय खून धमनी की दीवारों पर कितना दबाव डालता है. वहीं सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर इस बात को दर्शाता है कि जब दिल आराम करता है और खून हार्ट में पहुंचता है तो यह धमनी की दीवारों पर कितना दबाव डालता है. इसमें यह जानना जरूरी है कि सामान्य सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए. आमतौर पर लोग उपर वाले ब्लड प्रेशर पर ध्यान देते हैं और नीचे वाले ब्लड प्रेशर को नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन चाहे हाई बीपी हो या लो बीपी, दोनों स्थितियों में खतरा बना रहता है.

नीचे वाला ब्लड प्रेशर की रेंज कितनी होनी चाहिए
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की वेबसाइट के मुताबिक अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने हाई बीपी के लिए 5 तरह के ब्लड प्रेशर की रेंज क निर्धारित किया है. इसमें सामान्य ब्लड प्रेशर रेंज, बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर रेंज, हाइपरटेंशन स्टेज 1, हाइपरटेंशन स्टेज 2 और हाइपरटेंसिव क्राइसिस की रेंज के बारे में बताया गया है. उपर वाला ब्लड प्रेशर यानी सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर 120 से ज्यादा नहीं होना चाहिए. उसी तरह नीचे वाला ब्लड प्रेशर 80 से नीचे नहीं होना चाहिए. अगर नीचे वाला ब्लड प्रेशर 80 से नीचे आ गया तो इसका मतलब है कि शरीर के सभी हिस्से में खून को पहुंचने में दिक्कत हो रही है. इससे भी हार्ट अटैक, स्ट्रोक और किडनी फेल्योर तक की समस्या हो सकती है. अगर उपर वाला ब्लड प्रेशर 90 और नीचे वाला 60 तक पहुंच गया है तो इसका मतलब कि यह लो ब्लड प्रेशर की बीमारी है.

            सामान्य ब्लड प्रेशर का चार्ट - Normal Blood Pressure Chart

सामान्य वयस्क                           उपर वाला              नीचे वाला
नॉर्मल                                        120                     80
बढ़ा हुआ                                    120-129              80 से नीचे
हाई बीपी स्टेज1                           130-139              80-89
हाई बीपी स्टेज 2                          140 से ज्यादा         90 से ज्यादा
हाइपरटेंसिव क्राइसिस                   180 से ज्यादा         120 से ज्यादा

लो ब्लड प्रेशर के प्रमुख कारण – Low Blood Pressure Causes
डायबिटीज और थायराइड जैसी बीमारियां, गर्भावस्था और कुछ प्रकार की दवाओं के कारण ब्लड प्रेशर कम हो सकता है. कई बार ऐसा भी होता है, जब ब्लड प्रेशर कम होने का कारण पता नहीं चलता. कुछ स्थितियों या बीमारियों में ब्लड प्रेशर लंबे वक्त तक कम रह सकता है, इसका इलाज न होने पर यह खतरनाक हो सकता है –

  • गर्भावस्था में मां और उसके गर्भ में बढ़ते भ्रूण दोनों को ज्यादा रक्त की जरूरत के कारण ऐसा होता है.
  • चोट लगने पर जब बड़ी मात्रा में खून बह जाए.
  • दिल के दौरे या हार्ट वाल्व में गड़बड़ी के कारण खून के बहाव में कमी हो जाती है.
  • कभी-कभी डीहाइड्रेशन की वजह से कमजोरी और शॉक की स्थिति होती है.
  • एनाफिलेक्टिक शॉक – यह एलर्जी की प्रतिक्रिया का एक गंभीर रूप है.
  • खून से जुड़ा कोई संक्रमण.
  • डायबिटीज और थायरॉयड जैसे एंडोक्राइन रोग.
  • हृदय रोग के इलाज से जुड़ी दवाएं, मूत्रवर्धक, ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट्स और इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की दवाओं के कारण भी ब्लड प्रेशर कम हो सकता है.
     

ब्लड प्रेशर लो होने के लक्षण - Sign Of Low Blood Pressure

  • चक्कर आना
  • धुंधला दिखाई देना
  • उल्टी जैसा होना
  • बहुत थकान महसूस होना
  • ध्यान लगाने में परेशानी होना
  • हाथ-पैरों का ठंडा पड़ना
  • सांस लेने में परेशानी होना
  • खाने में दिक्कत होना 

ब्लड प्रेशर लो होने पर खतरा - Risk Od Low Blood Pressure
अगर आपका बीपी बहुत ज्यादा समय लो रहता है तो आपको सावधानी बरतने की जरूरत है. इससे शरीर के दूसरे अंगों में ठीक तरह से खून नहीं पहुंच पाता है. ऐसी स्थिति में स्ट्रोक, हार्ट अटैक और किडनी फेलियर का खतरा रहता है. बीपी कम होने पर बेहोशी भी छाने लगती है, ऐसे में सिर के बल गिरने पर ब्रेन हैमरेज का खतरा भी बढ़ जाता है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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