Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Gaganyaan Mission के लिए स्पेस में जाने वाले हैं ये 4 भारतीय अंतरिक्ष यात्री, जानिए क्यों हैं ये खास

ISRO: पीएम मोदी आज केरल के तिरुवनंतपुरम स्थित विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) का दौरा करेंगे. इस दौरान वह कई परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे.

Latest News
Gaganyaan Mission के लिए स्पेस में जाने वाले हैं ये 4 भारतीय अंतरिक्ष यात्री, जानिए क्यों हैं ये खास

Gaganyaan Mission

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 फरवरी यानी आज से केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु के दौरे पर जा रहे हैं. वह  27 फरवरी को केरल के तिरुवनंतपुरम में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) का दौरा करेंगे. इसरो की बहुप्रतीक्षित स्पेस मिशन गगनयान की तैयारियों को लेकर भी समीक्षा करेंगे. पीएम मोदी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की तीन नई सुविधाओं को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इसके साथ कहा जा रहा है कि पीएम मोदी गगनयान कार्यक्रम के अंतरिक्ष यात्रियों के नामों की घोषणा भी करेंगे. हालाकिं, अभी तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है. 

प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, पीएम मंगलवार को केरल के तिरुवनंतपुरम स्थित विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) का दौरा करेंगे. पीएम यहां करीब 1,800 करोड़ रुपये की तीन महत्वपूर्ण अंतरिक्ष बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. इसके साथ ही भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन 'गगनयान' की प्रगति की समीक्षा करेंगे. टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, भारत के ओर से स्पेस में भेजे जाने वाले 4 अंतरिक्षयात्रियों के नाम भारत ने तय कर लिए हैं. जिसके नाम प्रशांत नायर, अंगद प्रताप, अजीत कृष्णन और चौहान हैं. 


ये भी पढ़ें: इजरायल की एयरस्ट्राइक, लेबनान में हिज्बुल्लाह के कई ठिकानों को किया तबाह


ये चार अंतरिक्ष यात्री क्यों हैं खास 

अंतरिक्ष यात्री बनने के लिए कई लोगों ने अप्लाई किया था. जिसमें 12 लोगों ने सितंबर 2019 में पहले लेवल को पार कर लिया था. इंडियन एयर फोर्स के अंदर आने वाले एयरोस्पेस मेडिसिन संस्थान में इन सभी का चयन हुआ. कई चरणों के सिलेक्शन के बाद इन चार लोगों के नाम ISRO और IAM ने तय किए गए. जिन्हें 2020 की शुरुआत में ट्रेनिंग के लिए रूस भेजा गया था. कोरोना महामारी की वजह से इन चारों को ट्रेनिंग लेने में देरी हुई. उनकी ट्रेनिंग 2021 में पूरी हुई. 


ये भी पढ़ें: Farmers Protest: दिल्ली-NCR के लोगों के लिए बड़ी राहत, पुलिस ने खोली सिंघु और टिकरी बॉर्डर की सर्विस लेन


इसरो दे रहा है ट्रेनिंग 

इसरो इस मिशन के लिए 4 एस्ट्रोनॉट्स को ट्रेनिंग दे रहा है. बेंगलुरु के एस्ट्रोनॉट ट्रेनिंग फैसिलिटी में क्लासरूम ट्रेनिंग, फिजिकल फिटनेस ट्रेनिंग और इट सूट ट्रेनिंग दी जा रही है. सबसे पहले मानव रहित मिशन किए जाएंगे, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सभी प्रणालियां सुरक्षित और विश्वसनीय हैं. उसके बाद ही असली अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर उड़ान भरी जाएगी. मिशन गगनयान के तहत LVM-3 रॉकेट के रीकॉन्फिगर वर्जन में जाएंगे. एलवीएम3 लॉन्च व्हीकल भारत का सबसे शक्तिशाली रॉकेट है. यह तीन स्टेज वाला  रॉकेट है. यह रॉकेट 400 किलोमीटर ऊपर की रक्षा में रहने वाले ऑर्बिटल मॉड्यूल को ले जाएगा. एलवीएम-3 के इंसान को ले जाने के लिए खास तौर पर बनाया गया है.  इस वर्जन को HLVM3 नाम दिया गया है. ये रॉकेट क्रायोजेनिक इंजन से उड़ान भरेगा. 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement