Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Holi 2023 Mosque covered: होली पर तिरपाल से ढकी गईं मस्जिदें, जानिए यूपी में कहां हो रहा है ऐसा

Uttar Pradesh News: अलीगढ़ में सांप्रदायिक तनाव चरम पर रहता है. होली के रंग से शांति भंग न हो जाए, इसलिए यह काम किया जाता है.

Holi 2023 Mosque covered: होली पर तिरपाल से ढकी गईं मस्जिदें, जानिए यूपी में कहां हो रहा है ऐसा

Aligarh Mosque: हलवाइयों की मस्जिद को तिरपाल से ढका गया है.

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: Aligarh News- उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव के लिहाज से सबसे संवेदनशील शहरों में अलीगढ़ को गिना जाता है. वहां के सब्जी मंडी और कनवरीगंज इलाके को अतिसंवेदनशील की कैटेगरी में रखा गया है. इसी इलाके में मौजूद है हलवाइयों वाली मस्जिद (Halwaiyan Mosque Aligarh), जिसे तिरपाल से ढक दिया गया है. यह काम इस मस्जिद के अंदर किसी तरह के कंस्ट्रक्शन कार्य की धूल-मिट्टी बाहर आने से रोकने के लिए नहीं किया गया है, बल्कि यह काम इसलिए किया गया है ताकि होली के रंग अलीगढ़ की शांति भंग ना कर दें. दरअसल मस्जिद में होली का रंग बिखरने से सांप्रदायिक तनाव पैदा नहीं हो जाए, इसलिए पुलिस-प्रशासन के निवेदन पर मस्जिद के केयरटेकर ने खुद इसे तिरपाल से कवर कर दिया है. यह मस्जिद 2 से 3 दिन तक ऐसे ही कवर रहेगी.

पढ़ें- Nagaland CM Nephiu Rio: 5वीं बार सीएम बनने वाले नेफ्यू ने कहां से सीखी इतनी तगड़ी राजनीति?

पिछले 5 साल से चल रहा है ये सिलसिला

कोतवाली थाना इलाके में अब्दुल करीम चौराहे पर हलवाइयों की मस्जिद है. इस मस्जिद के केयरटेकर हाजी मोहम्मद इकबाल के मुताबिक, मस्जिद को ढंकने का यह सिलसिला पिछले 4-5 साल से चल रहा है. उन्होंने ANI से कहा कि यह संवेदनशील चौराहा है. यहां जमकर होली खेली जाती है. इस दौरान मस्जिद की दीवारों पर रंगों के छींटे ना पड़ें और अंदर तक अबीर-गुलाल उड़कर ना पहुंचे, यह सुनिश्चित करने के लिए मस्जिद को तिरपाल से ढक दिया जाता है. 

पढ़ें- Holi में Swiggy Ad पर मची हाय तौबा, जानें क्यों बताया जा रहा इसे हिंदू विरोधी

इस बार ज्यादा संवेदनशील है होली

दरअसल अलीगढ़ वैसे ही संवेदनशील शहर है, लेकिन इस बार हिंदुओं की होली और मुस्लिमों का शब-ए-बारात पर्व एक ही दिन पड़ रहे हैं. इसके चलते अलीगढ़ के हालात और भी ज्यादा संवेदनशील हो गए हैं. इन त्योहारों की खुशियों में सांप्रदायिक तनाव का ग्रहण ना लगे, इसके लिए पुलिस-प्रशासन की खास टीमें लगातार जुटी हुई हैं.

पढ़ें- 'मैं लड़की से शादी करूंगा', बस इतना कहकर गे पार्टनर ने कर दी बिजनेसमैन की हत्या

'अमन-चैन से मने त्योहार, बस यही है चाहत'

स्थानीय लोगों का भी कहना है कि होली के त्योहार को यहां बेहद अमन-चैन से मनाया जाता है. इस दौरान एहतियातन मस्जिद को ढक दिया जाता है. इसे लेकर किसी को भी अन्य किसी से शिकवा या शिकायत नहीं है. एक स्थानीय मुस्लिम ने कहा कि सड़क पर होली के रंग खेलने के समय हम लोग बाहर निकलने से थोड़ा बचते हैं ताकि किसी भी पक्ष को दूसरे पक्ष से कोई शिकायत नहीं हो और होली के रंग में भंग ना पड़ जाए. 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement