Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

स्वामी प्रसाद मौर्य का विरोध पड़ा भारी, कौन हैं सपा से निकाली गई ऋचा सिंह और रोली तिवारी मिश्रा?

Richa Singh Samajwadi Party: समाजवादी पार्टी ने ऋचा सिंह और रोली तिवारी मिश्रा को पार्टी से निकाल दिया है और इसकी कोई वजह भी स्पष्ट नहीं की है.

स्वामी प्रसाद मौर्य का विरोध पड़ा भारी, कौन हैं सपा से निकाली गई ऋचा सिंह और रोली तिवारी मिश्रा?

Samajwadi Party

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: समाजवादी पार्टी में पिछले ही साल आए स्वामी प्रसाद मौर्य बेहद महत्वपूर्ण किरदार हो गए हैं. ऐसा लग रहा है जैसे न खाता न बही, जो स्वामी प्रसाद कहें वही सही. समाजवादी पार्टी ने अपनी दो महिला नेत्रियों के खिलाफ कार्रवाई करके ऐसा ही कुछ संदेश दिया है. सपा ने स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली ऋचा सिंह और रोली तिवारी मिश्रा को पार्टी से निकाल दिया है. इस पर ऋचा सिंह ने ट्वीट करके सवाल भी पूछा है कि आखिर उनकी गलती क्या है. उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा और लिखा है कि यह कंगारू कोर्ट का फैसला है जिसमें आरोपी की कोई सुनवाई ही नहीं हुई.

रामचरित मानस विवाद के बाद से ही रोली तिवारी मिश्रा और ऋचा सिंह ने महिलाओं के मुद्दे को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ खुलेआम बयानबाजी की थी. पार्टी लाइन से हटकर भी दोनों ने स्वामी प्रसाद मौर्य की आलोचना की. हालांकि, इस दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव स्वामी प्रसाद मौर्य का ही साथ देते नजर आए. अब समाजवादी पार्टी ने सिर्फ एक लाइन ट्वीट करके ऐलान कर दिया है कि इन दोनों को पार्टी से निकाल दिया गया है.

यह भी पढ़ें- देवघर में नहीं तो क्या मक्का और वेटिकन में निकलेगी शिव बारात?

ऋचा सिंह की मुखरता पड़ी भारी
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ की अध्यक्ष रह चुकी ऋचा सिंह 2022 में सपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुकी हैं. मुखर नेता ऋचा सिंह हमेशा अपने बयानों और सवालिया तेवरों की वजह से चर्चा में रही हैं. अपनी सीट पर चुनाव हारने के बाद भी उन्होंने सपा की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे. जब स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरित मानस पर टिप्पणी की तब भी ऋचा सिंह ने उनका विरोध किया और उन्हें महिला विरोधी बताया.

यह भी पढ़ें- BBC के दफ्तरों पर आयकर विभाग की छापेमारी नहीं सर्वे? समझिए दोनों में क्या है अंतर

रोली तिवारी मिश्रा भी सपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी हैं. वह उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य भी रह चुकी हैं. सोशल मीडिया पर चर्चित रोली तिवारी सपा में 'ब्राह्मण मुद्दों' को लेकर अक्सर सवाल उठाती रहती हैं. अब अपने खिलाफ कार्रवाई पर उन्होंने लिखा है कि इससे साफ हो गया है कि अखिलेश यादव खुलकर स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ खड़े हैं.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement