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Mohan Bhagwat ने बिना नाम लिए फिर से कसा तंज, बोले- इंसान सुपरमैन बनना चाहता है, Congress ने BJP को घेरा

RSS प्रमुख मोहन भागवत के इस बयान को कांग्रेस ने पीएम मोदी से जोड़ दिया. कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि उनका बयान सीधे तौर पर पीएम मोदी के ऊपर निशाना है.

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Mohan Bhagwat ने बिना नाम लिए फिर से कसा तंज, बोले- इंसान सुपरमैन बनना चाहता है, Congress ने BJP को घेरा

RSS चीफ मोहन भागवत.

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    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के एक बयान को लेकर फिर से सियासी घमासान छिड़ गया है. इसको लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच बयानबाजियों का दौर चल रहा है. दरअसल, मोहन भागवत ने झारखंड के बिष्णुपुर में कहा था कि 'वो पहले असली मनुष्य बन जाए... वहां जाने के बाद उसको लगता है कि मनुष्य से सुपरमैन बन जाए, अति मानव... फिल्मों वगैरह में दिखाते हैं... मनुष्य अलौकिक बनना चाहता है... सुपरमैन बनना चाहता है... अति मानव बनना चाहता है... लेकिन वहां रुकता नहीं. उसको लगता है कि देव बनना चाहिए, वो देवता बनना चाहता है... लेकिन देवता कहते हैं कि हमसे तो भगवान बड़ा है... वो भगवान बनना चाहता है...'

    कांग्रेस ने पीएम मोदी और बीजेपी पर साधा निशाना
    RSS प्रमुख मोहन भागवत के इस बयान को कांग्रेस ने पीएम मोदी से जोड़ दिया. कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि उनका बयान सीधे तौर पर पीएम मोदी के ऊपर निशाना है. साथ ही इस बयान को पार्टी ने भागवत बम और अग्नि मिसाइल करार दिया. इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने ट्विट्टर पर पोस्ट किया. उन्होंने पोस्ट में लिखा कि 'मुझे भरोसा है कि स्वयंभू नॉन-बायोलॉजिकल पीएम को इस ताजा अग्नि मिसाइल की खबर मिल गई होगी, जिसे नागपुर ने झारखंड से लोक कल्याण मार्ग को निशाना बनाकर दागा है.' जयराम रमेश के साथ ही कई अन्य विपक्षी नेताओं ने भी संघ प्रमुख के इस बयान को लेकर पीएम मोदी और बीजेपी पर निशाना साधा.

    मोहन भागवत- मानवता के कल्याण में सनातन धर्म का भरोसा 
    RSS प्रमुख  मोहन भागवत ने आगे कहा कि 'सनातन धर्म का भरोसा मानवता के कल्याण में है. सनातन संस्कृति और धर्म केवल महलों से ही नहीं आया ये आया आश्रमों और वनों से. बलद रहे समय के संग हमारा पहनावा बदल जाता है, परंतु हमारा स्वभाव हमेशा वैसा ही रहता है. समय के बदलने के साथ कार्य और अपनी सेवाओं में निरंतरता रखनी होगी. हमें नए प्रकार के तरीकों को आत्मसात करने होंगे. जो अपने स्वभाव को एक जैसा ही रखते हैं, वही विकसित कहलाते हैं.'

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