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CJI यू यू ललित लाए थे केसों की लिस्टिंग का नया सिस्टम, सुप्रीम कोर्ट के जजों को ही होने लगी दिक्कत

Supreme Court Listing System: सुप्रीम कोर्ट में केसों के तेज सुनवाई के लिए लाए गए नए लिस्टिंग सिस्टम से अब कोर्ट के जजों को ही दिक्कतें होने लगी हैं.

CJI यू यू ललित लाए थे केसों की लिस्टिंग का नया सिस्टम, सुप्रीम कोर्ट के जजों को ही होने लगी दिक्कत

सुप्रीम कोर्ट.

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डीएनए हिंदी: सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस यू यू ललित (CJI U U Lalit) ने जल्दी-जल्दी केस निपटाने के लिए काम शुरू कर दिया है. केसों की लिस्टिंग के लिए यू यू ललित ने नया सिस्टम लागू किया है. नए सिस्टम के तहत सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के जज दो शिफ्ट में काम कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट के जज दो-दो जजों की बेंच में सोमवार से शुक्रवार तक बैठते हैं 60 मामलों को निपटाते हैं. अब सुप्रीम कोर्ट के ही जजों का कहना है कि इस सिस्टम से केस की सुनवाई के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पा रहा है.

सुप्रीम कोर्ट में वरीयता क्रम में नंबर तीन पर आने वाले जस्टिस संजय किशन कौल ने एक आपराधिक मामले की सुनवाई के दौरान कहा, 'नए सिस्टम की वजह से कुछ मामलों की सुनवाई के लिए ज़रूरी समय नहीं मिल पा रहा है क्योंकि शेड्यूल के हिसाब से समय बांटा गया है.' 

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सुनवाई के लिए बनाया गया है नया सिस्टम
नए सिस्टम के मुताबिक, मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के जज तीन-तीन के ग्रुप में बैठेंगे और सबसे पहले उन मामलों की सुनवाई होगी जिन पर विस्तार से चर्चा की ज़रूरी होगी और जो कई सालों से पेंडिंग में हैं. लंच के बाद जज फिर से दो-दो के ग्रुप में बैठेंगे और ट्रांसफर पिटीशन पर सुनवाई करेंगे. इसके बाद नए मामलों और फिर जनहित याचिकाओं पर सुनवाई की जाएगी.

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जानकारी के मुताबिक, नए सिस्टम की वजह से ही सुप्रीम कोर्ट ने यू यू ललित के चीफ जस्टिस बनने के बाद 5,000 से ज्यादा केस निपटा दिए हैं. 13 दिन में सुप्रीम कोर्ट ने 3,500 अलग-अलग तरह के केस, 250 रेगुलर हियरिंग वाले मामले और 1,200 ट्रांसफर याचिकाओं पर सुनवाई की है.

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