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पर्यावरण के लिए अनूठी पहल, बेटी की शादी में पिता ने बारातियों को दिया खास तोहफा

इस शादी में कई मेहमान शामिल हुए, सभी मेहमानों को एक पौधा, मिट्टी, खाद और कीटनाशक युक्त एक किट दी गई. शिक्षक ने मेहमानों से हाथ जोड़कर अपील की कि वह पौधे को उपयुक्त स्थान पर लगाएं और उनकी देखभाल करें.

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पर्यावरण के लिए अनूठी पहल, बेटी की शादी में पिता ने बारातियों को दिया खास तोहफा

शिक्षक ने बेटी की शादी में बारातियों को बांटे पौधे

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राजस्थान के धौलपुर जिले के पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से एक शिक्षक ने अनोखी पहल शुरू की. शिक्षक ने अपनी बेटी की शादी में पारंपरिक उपहारों से हटकर बारातियों को पौधा उपहार में दिया. मामला बाड़ी के चिलाचोंद गांव का है. टीचर रामविलास रावत पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना चाहते थे और आने वाले कल को सुरक्षित रखने की कोशिश में जुटे हैं.

यही वजह है कि उन्होंने बेटी की शादी में आए सभी बारातियों को उपहार में पौधा दिया. इसके साथ ही उन्होंने बारातियों को पेड़ लगाने और उनकी देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित किया. शिक्षक रामविलास रावत की बेटी नीलम की शादी भरतपुर के धर्मवीर मीना के बेटे हरेंद्र से हुई थी. दोनों की शादी बाड़ी के संतनगर रोड स्थित एक मैरेज होम में हुई.

शादी में आए बारातियों को अक्सर उपहार पैसे या कपड़े गिफ्ट में दिए जाते हैं. लेकिन उन्होंने सबसे अलग हटकर भविष्य के बारे में सोचकर पौधे देने का फैसला किया. उन्होंने यह काफी सोच-विचार करके फैसला लिया. उन्होंने तय किया कि वह हर बाराती को एक-एक पौधा और उसके लिए जरूरी कुछ सामान का किट भेंट करेंगे. हर बाराती से निवेदन करेंगे कि वह उस पौधे को उचित स्थान पर लगाकर उसकी देखभाल करें. जिससे बिगड़ते पर्यावरण को फिर से सशक्त बनाया जा सके.

सभी मेहमानों को मिला पौधा
क्योंकि जब तक इस धरती पर जंगल है, हरियाली है, पेड़-पौधे हैं तब तक ही जीवन संभव है. इस शादी में कई मेहमान शामिल हुए, सभी मेहमानों को एक पौधा, मिट्टी, खाद और कीटनाशक युक्त एक किट दी गई. रावत ने मेहमानों से हाथ जोड़कर अपील की कि वह पौधे को उपयुक्त स्थान पर लगाएं और उनकी देखभाल करें, उन्होंने धरती पर जीवन को बनाए रखने में पेड़ों के महत्व पर जोर दिया.

पौधा वितरण की इस अनूठी पहल को लेकर शिक्षक रामविलास रावत ने बताया कि हम जंगल से जुड़े हुए हैं. बिना जंगल के मानव का जीवन संभव नहीं है. आज स्थिति यह आ गई है कि जंगल के साथ पर्यावरण खतरे में है. जिसके पीछे हम ही सबसे अधिक जिम्मेदार हैं. लेकिन, इस जिम्मेदारी से अब हमें ही निपटना होगा. जिसके लिए हर एक व्यक्ति के लिए पौधा लगाना जरूरी है. रामविलास की इस पहले की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं. (इनपुट- आईएएनएस)

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