Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

UP Bypolls 2024: यूपी के उपचुनाव में BJP का खेल बिगाड़ेगी आम आदमी पार्टी? जानें क्या बन रहे समीकरण

UP Bypolls 2024 AAP: उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में आम आदमी पार्टी ने ऐलान किया है कि वह किसी भी सीट पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी. इंडिया गठबंधन के जीत में सहयोग करेगी. 

Latest News
UP Bypolls 2024: यूपी के उपचुनाव में BJP का खेल बिगाड़ेगी आम आदमी पार्टी? जानें क्या बन रहे समीकरण

यूपी उपचुनाव में आम आदमी पार्टी नहीं उतारेगी उम्मीदवार

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव (UP Bypolls 2024) बीजेपी और इंडिया गठबंधन दोनों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न है. बीजेपी (BJP) लोकसभा चुनाव में मिली असफलता को भूलकर फिर से अपने पुराने जनाधार एकजुट करने की कोशिश में है. इंडिया अलायंस और समाजवादी पार्टी के लिए लोकसभा चुनाव की सफलता को जारी रखने का मौका है. इस बीच आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने ऐलान किया है कि पार्टी किसी भी सीट पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी. इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों को ही जिताने की कोशिश करेगी. 

आम आदमी पार्टी के चुनाव नहीं लड़ने से किसे होगा फायदा 
दरअसल उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों (UP Bypolls 2024) पर चुनाव के लिए कांग्रेस, बीजेपी, समाजवादी पार्टी समेत तमाम दलों ने तैयारी शुरू कर दी है. 9 सीटें विधायकों के सांसद बनने की वजह से खाली हुई हैं जबकि एक सीट सपा विधायक इरफान सोलंकी को आगजनी मामले में सजा मिलने की वजह से खाली है. आम आदमी पार्टी का उत्तर प्रदेश में अब तक कोई जनाधार नहीं है, लेकिन उनके उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला सांकेतिक तौर पर महत्वपूर्ण जरूर है. 


यह भी पढ़ें: Delhi Liquor policy Case में संजय-सिसोदिया के बाद K Kavitha को भी बेल, SC ने रखी ये शर्त


प्रदेश की दस सीटों करहल, मिल्कीपुर, सीसामऊ, कुंदरकी, गाजियाबाद, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, खैर और मीरापुर  सीटों पर उपचुनाव होना है. समाजवादी पार्टी ने सभी 10 सीटों पर अपने प्रभारी बना दिए हैं. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन की चर्चा थी, लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस फैसला नहीं होता दिख रहा है.

CM योगी आदित्यनाथ के लिए करो या मरो का चुनाव 
उत्तर प्रदेश में बीजेपी को सीटों का नुकसान हुआ उसका असर है कि पार्टी बहुमत के जादुई आंकड़े से दूर है. लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद यूपी में नेतृत्व परिवर्तन के भी दावे किए जा रहे थे. सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए उपचुनाव के नतीजे उनके राजनीतिक कद को बढ़ा सकते हैं या सीमित कर सकते हैं. यही वजह है कि अयोध्या की सीट जिताने की जिम्मेदारी खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने ही ले ली है.


यह भी पढ़ें: केजरीवाल ने क्यों नहीं दी सिसोदिया को कुर्सी? क्या है इसका झारखंड-बिहार कनेक्शन? जानें पूरी बात


ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement