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वसुंधरा से दोस्ती, सचिन पायलट से तकरार, किसके यार हैं अशोक गहलोत? पढ़ें सीएम की सफाई

वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत की दोस्ती पर सियासी गलियारों में इन दिनों जमकर चर्चा हो रही है. अब अशोक गहलोत ने कहा है कि 15 साल में उनसे 15 बार भी बात नहीं हुई है.

वसुंधरा से दोस्ती, सचिन पायलट से तकरार, किसके यार हैं अशोक गहलोत? पढ़ें सीएम की सफाई

अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे. (फाइल फोटो-PTI)

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डीएनए हिंदी: राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नेता वसुंधरा राजे के बीच अच्छे तालमेल होने की खबरें सामने आ रही हैं. कांग्रेस पार्टी के भीतर ही अशोक गहलोत का विरोधी धड़ा कह रहा है कि वसुंधरा राजे से सीएम गहलोत की अच्छी दोस्ती है. 

अशोक गहलोत ने इन आरोपों को एक सिरे से खारिज गिया है. शनिवार को अशोक गहलोत ने कहा कि बीते 15 साल में उनकी राजे से 15 बार भी बातचीत नहीं हुई. उनके वसुंधरा राजे से बातचीत वाले रिश्ते कभी नहीं रहे और लोग बेवजह कह रहे हैं क‍ि वे मिले हुए हैं. अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का पालन करती है. 

क्यों अशोक गहलोत को देनी पड़ रही है सफाई?

अशोक गहलोत के खिलाफ सचिन पायलट खेमे के लोग यह आरोप लगा रहे हैं. मुख्यमंत्री का यह बयान सचिन पायलट की 'जनसंघर्ष पदयात्रा' के बीच आया है. अशोक गहलोत ने बीते रविवार को धौलपुर में एक कार्यक्रम में दावा किया था कि 2020 में कांग्रेस के कुछ विधायकों की बगावत के बावजूद सरकार बच गई क्योंकि बीजेपी नेता वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल ने धन बल के माध्यम से एक चुनी हुई सरकार को गिराने के षड्यंत्र का समर्थन करने से इनकार कर दिया था. 

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अशोक गहलोत से दोस्ती पर क्या बोलीं वसुंधरा राजे?

वसुंधरा राजे ने शुक्रवार को कहा क‍ि गहलोत द्वारा उनकी तारीफ सद्भावना नहीं, दुर्भावना से की गई टिप्पणी है. वहीं, गहलोत के धौलपुर में दिए गए बयान का जिक्र करते हुए पायलट ने कहा था 'ऐसा लगता है क‍ि मुख्‍यमंत्री की नेता सोनिया गांधी नहीं बल्कि वसुंधरा राजे सिंधिया हैं.'

अब वसुंधरा की सोच से दिन-रात का फर्क बता रहे अशोक गहलोत?

अशोक गहलोत ने शनिवार को कुचामन (नागौर) में कहा, 'उनकी सोच मेरी सोच में रात दिन का फर्क है. मैंने कहा था की मेरी सरकार बचाने में वसुंधरा जी और कैलाश जी का सहयोग रहा. उसका लोगों ने गलत अर्थ लगा लिया. उन्‍होंने ऐसा बिल्कुल नहीं कहा कि मैं आपके साथ खड़ी हूं.'

अशोक गहलोत ने तत्कालीन मुख्‍यमंत्री भैरों सिंह शेखावत के समय की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय अशोक गहलोत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थे और उन्‍होंने शेखावत सरकार के खिलाफ तख्तापलट के प्रयास का विरोध किया था. 

'वसुंधरा और गहलोत की दोस्ती'

अशोक गहलोत के मुताबिक जब 2020 में उनके खिलाफ बगावत हुई तो वसुंधरा राजे ने भी ऐसा ही किया. अशोक गहलोत ने कहा, 'वसुंधरा भी कह रहीं थी कि हमारे यहां ऐसी परंपरा नहीं रही है. इतनी सी बात थी. मैंने धौलपुर में इसका जिक्र कर दिया. मैंने सच्ची बात बताई जो मैंने सुनी थी. इसे इतना बढ़ा चढ़ाकर बताया गया कि वसुंधरा और गहलोत मिले हुए हैं.'

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'15 साल से 15 बार भी नहीं हुई वसुंधरा के साथ बातचीत'


अशोक गहलोत ने नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ पर निशाना साधते हुए कहा, '15 साल में हमने 15 बार बात नहीं की होगी. हमारे बातचीत वाले रिश्‍ते नहीं हैं. वसुंधरा राजे के राजेंद्र राठौड़ जैसे सलाहकार थे जो नहीं चाहते कि मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के संबंध अच्छे रहे.'

क्यों देनी पड़ रही है अशोक गहलोत को सफाई?

अशोक गहलोत ने कहा, 'मेरे और वसुंधरा के बातचीत वाले संबंध कभी रहे ही नहीं. लोगों ने भड़काया कि वे मिले हुए है. लोगों को समझना पड़ेगा क‍ि राजनीति में लड़ाई विचारधारा की है.'

राज्य में भ्रष्‍टाचार के आरोपों के संबंध में अशोक गहलोत ने कहा, 'भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है. दोषी अधिकारी पकड़े जाते हैं. भ्रष्टाचार को लेकर राज्य में जीरो टॉलरेंस की नीति है. (इनपुट: भाषा)

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