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Mumbai की लोकल ट्रेनों में भी इस्तेमाल होगी Black Box तकनीक, लगेंगे कैमरे और ऑडियो-वीडियो सिस्टम

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनों में अब हवाई जहाज की तरह ही ब्लैक बॉक्स तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा.

Mumbai की लोकल ट्रेनों में भी इस्तेमाल होगी Black Box तकनीक, लगेंगे कैमरे और ऑडियो-वीडियो सिस्टम

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डीएनए हिंदी: मुंबई की लोकल ट्रेनों में रोजाना लाखों यात्री अपनी मंजिल और सपनों को पूरा करने के लिए सफर करते हैं. कई दफा इस सफर के दौरान खतरनाक हादसे भी होते हैं. इन हादसों में कभी यात्री तो कभी ट्रेन चालक किसी ना किसी दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं. हादसों के बाद होने वाली जांच में अक्सर एक लंबा समय लग जाता है.

अब इस सबसे निजात पाने के लिए मुंबई रेलवे खास तकनीक का सहारा लेने वाली है. अब हवाई जहाज के ब्लैक बॉक्स की तर्ज पर ही ट्रेनों में भी ऑडियो-वीडियो सिस्टम लगाए जाएंगे. इसके अलावा ट्रेन के बाहरी हिस्से में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे. इसकी मदद से मोटरमैन और गार्ड के काम को भी मॉनिटर किया जा सकेगा. 

बोगियो के बाहर भी लगेंगे कैमरे
पश्चिमी रेलवे के सीपीआरओ सुमित ठाकुर ने कहा, 'अब सेंट्रल और वेस्टर्न रेलवे लाइन की ट्रेनों में हवाई जहाज में लगने वाले ब्लैक बॉक्स की तर्ज पर आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. इस तकनीक में ऑडियो वीडियो सिस्टम उपयोग में लाया जाएगा, जो मोटरमैन और गार्ड के केबिन में लगा होगा. अब तक रेलवे बोगियों में कैमरे लगा चुकी है लेकिन इस नई तकनीक का सहारा लेते हुए अब बोगियों के बाहर और ट्रेन के आगे पीछे भी कैमरे लगाए जाएंगे.'

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226 ट्रेनों में इस्तेमाल होगी तकनीक
यह तकनीक कुल 226 ट्रेनों में इस्तेमाल की जाएगी. इनमें 113 ट्रेनें वेस्टर्न लाइन और 165 सेंट्रल लाइन की होंगी. यह ऑडियो वीडियो सिस्टम अब तक 25 वेस्टर्न लाइन की लोकोमोटिव ट्रेनों और 3 सेंट्रल लाइन की ट्रेनों में लगाए जा चुके हैं. इन कैमरों की खास बात यह होगी कि ये ट्रेन के झटकों के साथ तेज रफ्तार की हवाओं को भी सह सकेंगे. कैमरे के डाटा को स्टोर करने के लिए इसमें 2 TB की चिप लगी है जिसका डाटा 90 दिनों तक स्टोर किया जाएगा.

रेलवे समिति के पूर्व सदस्य गौरांग दामाणी के अनुसार यह तकनीक इस लिहाज से अहम है कि इससे यात्रियों की सुरक्षा तो होगी ही, कोई दुर्घटना होने की स्थिति में जांच में भी मदद होगी और कारण का समय रहते पता लगाया जा सकेगा. 

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